लखनऊःबुंदेलखंड में आजादी के बाद से ही चली आ रही पीने के पानी की समस्या समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 'उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन' की शुरुआत करेंगे. सीएम योगी झांसी से इस योजना का शुभारंभ करेंगे. यह योजना को चार चरणों में पूर्ण की जाएगी. पहले चरण में बुंदेलखंड क्षेत्र को कवर किया जा रहा है. इसमें भी सबसे पहले झांसी, महोबा और ललितपुर को पानी मिलेगा.
93 विभिन्न योजनाओं का बनाया गया है डीपीआर
हर घर को नल का जल पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने पहले ही राज्य पेयजल योजना की शुरुआत की थी. बुंदेलखंड जिले के हर गांव और हर घर तक शुद्ध पेयजल मिले. इसके लिए चयनित कंसल्टेंट द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र में सतही स्रोत आधारित 93 विभिन्न परियोजनाओं तथा कुछ क्षेत्रों में भूगर्भ जल आधारित परियोजनाओं के माध्यम से समस्त ग्रामों को संतृप्त करने के लिए डीपीआर बनवाया गया है. डीपीआर की संभावित लागत 10131.92 करोड़ रुपये प्रस्तावित है. इस परियोजना से 67 लाख लोग लाभान्वित होंगे.
इस बीच प्रधानमंत्री ने हर घर जल की लॉन्चिंग की. उस योजना को मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन से जोड़ते हुए बुंदेलखंड को पहले चरण में लिया है. प्राथमिकता के आधार पर हर घर को जल मिले और प्रदेश का सर्वांगीण विकास पर सीएम का जोर है.
कई गांवों को मिलेगा लाभ
बुंदेलखंड क्षेत्र के अंतर्गत झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के कुल 4513 राजस्व ग्राम हैं. जिनमें से 891 राजस्व ग्राम पहले से ही पेयजल योजनाओं से आच्छादित हैं. शेष 3622 राजस्व गांवों की लगभग 67 लाख आबादी को 479 योजनाओं द्वारा पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं सतही स्रोत (सरफेस वाटर) पर आधारित होंगी. जिनका लाभ 644 राजस्व गांव की 11 लाख 42 हजार 249 लोगों को मिलेगा.