लखनऊ : महिलाओं के घर से बाहर निकलते ही उन्हें सुरक्षा और टॉयलेट की चिंता होती है. सार्वजनिक व भीड़भाड़ स्थानों पर उन्हें असहज महसूस होता है. सुरक्षा को लेकर वह खासा चिंतित रहती हैं. वे टॉयलेट कहां जाएंगी ? बाजारों में तो कोई इंतजाम ही नहीं है. सामान्य शौचालय में महिलाओं को झिझक भी रहती है. कई पुरुष और महिला शौचालय अगल-बगल बने रहते हैं. अब सोमवार यानी 8 मार्च से शहर की महिलाओं की यह चिंता खत्म होने वाली है. शहर में जगह-जगह बन रहे पिंक बूथ को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं को समर्पित करेंगे. वैसे तो ये कुल 100 बनाए जाने हैं, इसमें से 45 पिंक बूथ का मुख्यमंत्री उद्घाटन करेंगे.
महिलाओं के हाथ में होगा पिंक बूथ का संचालन
पिंक बूथ का निर्माण सेफ सिटी परियोजना के तहत कराया गया है. महिला सुरक्षा से जुड़ी इस परियोजना में पिंक बूथ का संचालन भी महिलाओं के हाथ में ही होगा. बूथ में एक महिला दारोगा व 2 महिला पुलिसकर्मी तैनात की जाएंगी. पिंक बूथ में नीचे स्टाफ रूम, टॉयलेट, फर्स्ट फ्लोर पर रेस्ट व स्टोर रूम व किचन है. पिंक बूथ में तैनात महिला पुलिसकर्मियों को महिलाओं की समस्या सुनकर उसे निराकरण करने में पारंगत किया जा रहा है. बूथ के ऊपर लाइट के लिए सोलर प्लेट का इंतजाम किया गया है. कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि शहर में 100 पिंक बूथ बन गए हैं. बूथ पर महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई है. जो भी महिला शिकायत लेकर आएंगी महिला पुलिसकर्मी उनकी समस्याएं सुनकर निराकरण करेंगी.
बूथ को लोकल थाना करेगा मॉनिटर
शहर में बने पिंक बूथ की मॉनिटरिंग क्षेत्रीय थाने से होगी. डीसीपी नॉर्थ शालिनी के मुताबिक इन बूथों पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी से लेकर सभी समस्याओं को थाना मॉनिटर करेगा. पिंक बूथ पर तैनात महिला पुलिसकर्मी फिलहाल दिन में ही काम करेंगी. वह पीड़िताओं की शिकायत सुनेंगी और उन्हें राहत दिलाने का प्रयास करेंगी. जरूरत पड़ने पर पीड़िता की काउंसलिंग भी करेंगी. यदि कोई पीड़िता संतुष्ट नहीं होगी तो उसे मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने भेजा जाएगा. बूथ में आई सभी शिकायतों का रिकॉर्ड रखा जाएगा. बूथ पुलिसकर्मियों को जरूरत पर पिंक स्कूटी भी दी जाएगी.
इन पिंक बूथों का होगा लोकार्पण