जन समस्याओं के निस्तारण के लिए किया कमांड सेंटर का उद्घाटन लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए सीएम कमांड सेंटर डैशबोर्ड का उद्घाटन किया है. अब वह सीधे जनता से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण को लेकर फीडबैक ले सकेंगे. वहीं, इस अवसर पर उन्होंने अफसरों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. वहीं, सीएम ने कहा कि आज महत्वपूर्ण दिन है. प्रदेश के विकास के तरफ अग्रसर है. यह बहुप्रतीक्षित कार्य था, इसको तीन वर्ष पहले ही पूरा होना था लेकिन देर आए दुरुस्त आये.
सीएम योगी ने कहा कि 4 साल पहले स्वास्थ्य विभाग की बैठक में मैने डाटा को लेकर बात कही थी. इसके बाद प्रदेश के एएनएम और अन्य को टैबलेट दिए जाने के काम हुए. हमने डाटा कैपचर के काम के लिए काफी प्रगति की है. पहले विभागों में डाटा कैपचर की कोई आदत ही नहीं थी, लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय की टीम द्वारा आज अच्छी प्रगति हुई. एसपरेशनल डिस्ट्रिकट में उत्तरप्रदेश के भी आठ जनपद थे. इसीलिए हमारे द्वारा जमीनी स्तर पर डाटा कैप्चर काम हुआ. आज टॉप प्रगति करने की लिस्ट में उत्तरप्रदेश के 6 जनपद और टॉप 20 में सभी जनपद है.
सीएम ने कहा कि उत्तरप्रदेश पिछले 6 साल में बीमारु राज्य की छवि से निकला है. पुरुषार्थ और परिश्रम से इसमें सफलता मिली है. इस Dashboard में सभी 93 विभाग जोड़े गए हैं. डाटा एंट्री से जनपद और अधिकारियों की भी ग्रेडिंग होती है. जनता के द्वारा किया गया डाटा फीड ही अंतिम नहीं है, इसी फिर से सत्यता जांच कराई जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं खुद पिछले तीन दिन से सिर्फ जनता दर्शन कार्यक्रम में जन समस्याओं को सुन रहा हूं. इनमें दूर दराज से लोग आ रहे हैं. उनकी समस्याएं वहीं निस्तारित हो सकती है, लेकिन वो समय और पैसा खर्च करके यहां आ रहे हैं. योगी ने कहा कि ह्युमन इंटेलिजेंस की आवश्यकता है. स्थानीय स्तर पर विषय की जांच की जरूरत होती है. आज प्रदेश में संगठित अपराध नहीं है, लेकिन अभी भी छोटे-छोटे विवाद और जमीनी विवाद होते है. यहां पर राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड के सभी अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि नियमित रूप से जनता की सुनवाई हो. जोन रेंज जनपद स्तर के सभी अधीनस्थ विभाग (स्वास्थ्य,शिक्षा,थाना,तहसील) जनसुनवाई करें. मेरिट के आधार पर जनता की शिकायतों का निस्तारण करें. जिससे किसी पीड़ित को पैसा खर्च कर लखनऊ न आना पड़े. उसके मन मे संतुष्टि का भाव होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है पॉलिटिकल लीडरशिप के प्रति जनता का पूरा विश्वास है, लेकिन प्रशासन के प्रति प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. जबकि उल्टा होना चाहिए था, पॉलिटिकल लीडर को लेकर कोई असंतुष्टता नहीं है. लेकिन निचले स्तर पर तहसील, थाना, ब्लॉक व अन्य संस्थानों से जनता के मन मे आशंका का भाव बना रहता है. ऐसा क्यो है? इस पर सबको सोचना होगा और काम करना होगा. कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
ये रहेगा खास:एनेक्सी भवन में बनाए गए मुख्यमंत्री कमांड सेंटर कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का कॉल सेंटर टेक्निकल और ट्रेडिंग रूम की सुविधा उपलब्ध रहेगी. डैशबोर्ड के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी. साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से फीडबैक लेने के साथ ही उनके प्रोजेक्ट के प्रेजेंटेशन के अनुसार हर महीने रैंकिंग और ग्रेडिंग भी दी जाएगी. इसी आधार पर सीएम आगे की कार्रवाई करेंगे.
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