लखनऊ:यूपी विधानसभा का बजट सत्र गुरुवार सुबह 11 बजे से शुरू होगा. इसके लिए विपक्षी दलों ने बुधवार को बैठक कर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष यानी भाजपा ने भी विधायक दल की बैठक कर अपने विधायकों को तैयारी कर सदन में आने को कहा है. लोकभवन में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के विधायकों से कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने के लिए सदन सबसे अच्छा माध्यम है.
लोकभवन में हुई भाजपा के विधायक दल की बैठक. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी विधायकों से कहा कि सदन सुचारू रूप से और लंबे समय तक चलना चाहिए. सभी विधायकों का इस पर जोर होना चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि सत्ता पक्ष की सदन को चलाने की ज्यादा भूमिका होती है. उन्होंने बीजेपी के विधायकों को पूरी तैयारी कर आने को कहा है ताकि सदन में सभी सवालों का मुनासिब जवाब दे सकें.
बैठक में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. सभी की राय लेकर चलने वाली पार्टी है. विधानसभा गुरुवार से प्रारंभ हो रही है. सात मार्च तक यानी लंबी अवधि तक विधानसभा का सत्र चलना है. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मार्गदर्शन मिला है. तमाम चीजों को लेकर परंपरागत तरीके से दलीय बैठक होती है. बुधवार को उसी क्रम में विधायक दल की बैठक हुई है.
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बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल की बैठक हुई है. 13 तारीख से सदन प्रारंभ हो रहा है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण है. सदन के सभी सदस्य सत्ता पक्ष और विपक्ष उनके अभिभाषण को सुनेंगे. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश को बजट सत्र के माध्यम से और आगे ले जाएंगे.
जानें क्या बोले गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा
गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि सदन चलता है तो यह बैठक होती है. लोकतंत्र की बड़ी स्वस्थ परंपरा है. बहुत सारे वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन प्राप्त होता है. उन्हें सुनने को मिलता है. हमेशा मुख्यमंत्री की प्राथमिकता रही है कि सदन लंबा और सुचारू रूप से चलना चाहिए. विपक्ष हो या सत्तापक्ष सबकी जिम्मेदारी सदन को चलाने की है. इसलिए हम लोग जनता के बीच से चुनकर आते हैं ताकि अपने क्षेत्र की बातों को मजबूती से सदन में रख सकें. केवल हंगामा करने से चीजों का समाधान नहीं होता है. कई बार विषय नहीं होता है तभी हंगामा करते हैं, जिनके पास मुद्दे होते हैं वे मजबूती के साथ अपने विषय रखते हैं. तर्क के आधार पर अपनी बातों को रखते हैं.