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सेंटेनियल इंटर कॉलेज मामले में निलंबित पूर्व बीएसए को क्लीन चिट, बहाली का आदेश जारी

पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह पर सेंटेनियल स्कूल के भवन पर मेथोडिस्ट प्राइमरी विद्यालय की मान्यता के मामले में लापरवाही के आरोप निराधार पाए गए हैं. इसके बाद प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने विजय प्रताप सिंह की बहाली का आदेश जारी कर दिया है. इस मामले में दो डीआईओएस का निलंबन पहली ही वापस हो चुका है.

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Published : Dec 28, 2022, 2:03 PM IST

लखनऊ : सेंटेनियल स्कूल पर कब्जे के मामले में निलंबित चल रहे पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह (Former Basic Education Officer Vijay Pratap Singh) को मामले में क्लीन चिट देते हुए बहाल कर दिया गया है. इस संबंध में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार (Principal Secretary Basic Education Deepak Kumar) ने निर्देश जारी कर दिए हैं. इस मामले में निलंबित किए गए राजधानी के पूर्व दो डीआईओएस का भी निलंबन वापस हो चुका है. विजय प्रताप सिंह पर सेंटेनियल स्कूल के भवन पर मेथोडिस्ट प्राइमरी विद्यालय (Methodist Primary School) की मान्यता के मामले में लापरवाही के आरोप निराधार पाए गए हैं.

बहाली का आदेश जारी

बता दें, जुलाई 2022 में गोलागंज लखनऊ स्थिति सेंटेनियल स्कूल (Golaganj Lucknow Status Centennial School) के भवन पर मैथोडिस्ट चर्च स्कूल (Methodist Church School) के नाम से कब्जा कर लिया गया था. वहां पर कक्षा 1 से 5 तक की क्लासेस संचालित हो रहे थे. जिसका खुलासा होने के बाद जिलाधिकारी (The District Magistrate had removed illegal encroachment from the school) ने स्कूल पर से अवैध कब्जा हटा दिया था.

इस प्रकरण की जांच में तत्कालीन बीएसए विजय प्रताप सिंह (BSA Vijay Pratap Singh) सहित कई अधिकारियों पर गलत मान्यता दिए जाने सम्बन्धी प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी मानते हुए शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया था. आरोप था कि जिस भवन में सेंटेनियल स्कूल नाम से पहले माध्यमिक कॉलेज चल रहा था, उसी भवन में मेथोडिस्ट के नाम से मान्यता दी गई थी. निलंबन के बाद मामले की जांच लखनऊ मंडल जेडी माध्यमिक सुरेन्द्र तिवारी (Lucknow Circle JD Secondary Surendra Tiwari) मामले की जांच कर रहे थे. जांच में विजय प्रताप सिंह पर लापरवाही के आरोप साबित नहीं हुए तो उन्हें शासन की ओर से बहाल कर दिया गया है.

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