लखनऊ: पशुपालन व नमक घोटाला मामले में निरुद्ध अभियुक्त सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर के खिलाफ गुरुवार को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत में दो अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किये गए. विशेष अदालत ने आरोप पत्रों पर संज्ञान लेते हुए मामले की अगली सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख नियत की है.
पशुपालन व नमक घोटाला मामले में आरोप पत्र दाखिल
पशुपालन व नमक घोटाला मामले में निरुद्ध अभियुक्त सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर के खिलाफ गुरुवार को राजधानी लखनऊ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत में दो अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किये गए. विशेष अदालत ने आरोप पत्रों पर संज्ञान लेते हुए मामले की अगली सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख नियत की है.
पशुपालन घोटाला मामले की एफआईआर 13 जून 2020 को इंदौर के एक व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू ने हजरतंगज थाने में दर्ज कराई थी. इस मामले में मोंटी गुर्जर समेत 13 अभियुक्तों को नामजद किया गया था. इस मामले की विवेचना में आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन का नाम भी प्रकाश में आया. अरविंद सेन फिलहाल जेल में हैं. अभियुक्तों पर कूटरचित दस्तोवजों व छद्म नाम से गेहूं, आटा, शक्कर और दाल आदि की सप्लाई का ठेका दिलवाने के नाम पर 9 करोड़ 72 लाख 12 हजार रुपये की ठगी करने का आरोप है.
वहीं 11 अगस्त 2020 को नमक घोटाला मामले की एफआईआर नीलम नरेंद्र भाई पटेल ने थाना हजरतगंज में दर्ज कराई थी. इस मामले में मोंटी गुर्जर समेत सात अभियुक्तों को आईपीसी की धारा 506, 471, 468, 467, 420, 419 व 120बी के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में नामजद किया गया था. अभियुक्तों पर नमक सप्लाई का ठेका दिलाने के एवज में 6 करोड़ 6 लाख की ठगी का आरोप है.