लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड व आईएससी बोर्ड के 12वीं के परिणाम जारी हो चुके हैं. इसके साथ ही परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी अब अपने आगे की उच्च शिक्षा के लिए विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में आवेदन कर रहे हैं. मौजूदा समय में एक ही तरह के स्नातक विषय में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को तीन तरह की प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. मौजूदा समय में विद्यार्थियों को अपनी पसंद के स्नातक विषय में प्रवेश लेने के लिए एक से अधिक आवेदन फॉर्म भरना पड़ रहा है. जिससे विद्यार्थियों को ना केवल आर्थिक बोझ काफी बढ़ रहा है, बल्कि उन्हें अलग-अलग संस्थाओं में प्रवेश के लिए अलग-अलग चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि 'जो बच्चे अच्छी मेरिट से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर चुके हैं, उन्हें कॉलेजों के विकल्प चुनने के साथ ही प्रवेश के लिए भी अलग-अलग विकल्प से होकर गुजरना पड़ेगा. ऐसे में एक छोटी सी गलती विद्यार्थियों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है. राजधानी लखनऊ में ही स्नातक विषय में प्रवेश के लिए छात्रों को कम से कम तीन तरह की प्रवेश प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ रहा है.'
अलग-अलग विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए अलग-अलग नियम
मौजूदा समय में राजधानी लखनऊ में सामान्य स्नातक व परास्नातक विषयों के लिए करीब चार विश्वविद्यालय व 174 डिग्री कॉलेजों में 55 हजार से अधिक सीट निर्धारित हैं. इन सभी शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को अलग-अलग प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. विशेषज्ञ डॉ. विशाल सक्सेना ने बताया कि 'राजधानी में केंद्रीय विश्वविद्यालय के तौर पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए छात्रों को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित हो रहे कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) में शामिल होना होगा. इसके अलावा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के स्नातक विषयों में प्रवेश भी सीयूईटी के माध्यम से ही होंगे. ऐसे में जो विद्यार्थी इन दोनों विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने को सोच रहे हैं, उन्हें सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा देनी होगी, वहीं बात करें तो लखनऊ विश्वविद्यालय अपने स्नातक विषयों में प्रवेश के लिए अपनी अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा. ऐसे में विद्यार्थियों को लखनऊ विश्वविद्यालय के स्नातक विषयों में प्रवेश लेना है तो उसे इसके द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा. इसके अलावा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के स्नातक विषयों में प्रवेश के लिए कट ऑफ जारी होगा, जिसमें हाई मेरिट वाले विद्यार्थियों को स्नातक सीटों पर प्रवेश के मौके ज्यादा मिलेंगे.'
डॉ. विशाल सक्सेना ने बताया कि 'इन चारों विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्रों को नेशनल लेवल व विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा व मेरिट आधारित प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना होगा. उन्होंने बताया कि सीयूईटी के लिए अलग सिलेबस व लखनऊ विश्वविद्यालय के एंट्रेंस एग्जाम के लिए अलग सिलेबस से तैयारी करना होगा. जिन विद्यार्थियों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय व राज्य विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए आवेदन किया है, उन्हें एक ही समय में दो प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयारी करनी पड़ेगी. इसके अलावा केंद्रीय विश्वविद्यालय बीबीएयू व राज्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आरक्षण के नियम भी अलग-अलग है, वहीं इसके अलावा लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध 80 सेल्फ फाइनेंस डिग्री कॉलेजों में प्रवेश भी विश्वविद्यालय के प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा.'
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध 174 डिग्री कॉलेजों में प्रवेश के लिए भी हैं अलग नियम
लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध 174 डिग्री कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया भी अलग-अलग तरह से आयोजित होती है. लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. मौलेन्दु मिश्रा ने बताया कि 'लखनऊ विश्वविद्यालय से मौजूदा समय में केवल लखनऊ परिक्षेत्र में ही 174 डिग्री कॉलेज संबद्ध हैं. इन डिग्री कॉलेजों में से करीब 30 डिग्री कॉलेज राजकीय व अनुदानित हैं, जिन्हें हम सरकारी डिग्री कॉलेज कहते हैं. इन सभी डिग्री कॉलेजों में प्रवेश के लिए दो तरह से प्रवेश प्रक्रिया आयोजित हो रही है. जैसे नेशनल डिग्री कॉलेज, आईटी गर्ल्स कॉलेज, लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज, शिया पीजी कॉलेज व केकेसी पीजी कॉलेज के स्नातक सीटों पर प्रवेश के लिए छात्रों को इन कॉलेजों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा. इसके अलावा केकेवी डिग्री कॉलेज, नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय डिग्री कॉलेज, महाराजा बिजली पासी डिग्री कॉलेज, नगर निगम डिग्री कॉलेज, महिला महाविद्यालय डिग्री कॉलेज, नारी शिक्षा निकेतन डिग्री कॉलेज, कालीचरण पीजी कॉलेज, डीएवी पीजी कॉलेज, कृष्णा देवी गर्ल्स डिग्री कॉलेज, एपी सिंह गर्ल्स डिग्री कॉलेज, खूनखूनजी गर्ल्स डिग्री कॉलेज, करामत हुसैन गर्ल्स डिग्री कॉलेज व इस्लामिया डिग्री कॉलेज जैसे सरकारी डिग्री कॉलेजों में प्रवेश के लिए मेरिट आधारित प्रक्रिया आयोजित होगा.'
डॉ. मिश्रा ने बताया कि 'जो अच्छे सरकारी डिग्री कॉलेज हैं, वह अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करेंगे. ऐसे में जिन विद्यार्थियों ने लखनऊ विश्वविद्यालय, सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश के लिए आवेदन किया हुआ है अगर उन्होंने इन डिग्री कॉलेजों में भी आवेदन किया है, तो उन्हें कुछ बड़े डिग्री कॉलेजों के लिए भी प्रवेश परीक्षा देनी होगी. डॉ मिश्रा ने बताया कि करीब 30 सरकारी डिग्री कॉलेज खुद अपने स्तर से प्रवेश लेते हैं, जबकि 80 सेल्फ फाइनेंस डिग्री कॉलेजों लखनऊ विश्वविद्यालय के केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश लेते हैं. इसके अलावा शेष बचे 64 डिग्री कॉलेज अपने स्तर से प्रवेश लेते हैं इसमें ज्यादातर सेल्फ फाइनेंस कॉलेज भी शामिल हैं.'
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