हिन्दू महासभा ने कहा, 25 दिसंबर को तुलसी दिवस के रूप में मनाएं सनातन धर्म के लोग - तुलसी दिवस
अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने सनातन धर्म के अनुयायियों से 25 दिसंबर को तुलसी दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है. महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने सनातन धर्म के लोगों को क्रिसमस व सेंटा क्लॉज का बायकॉट करने की बात कही है.
लखनऊ : क्रिसमस व सेंटा क्लॉज का बायकाट करते हुए अखिल भारतीय हिंदू महासभा (All India Hindu Mahasabha) के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि हिंदू संस्कृति हमारे नौजवानों के जहन से विलुप्त होती जा रही है. सभी सनातन धर्म के लोगों को क्रिसमस व सेंटा क्लॉज का बायकॉट करना चाहिए. 25 दिसंबर को हमेशा तुसली दिवस होता है. क्रिसमस को छोड़कर लोगों को तुलसी दिवस मनाया जाना चाहिए.
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी (Shishir Chaturvedi, national spokesperson of the All India Hindu Mahasabha) ने बताया कि पूरे देश में जिस तरह से सेंटा क्लॉज को लेकर पहनावा दिखाया जा रहा है. देश के सनातन धर्म के लोग भी लोग सेंटा क्लॉज की टोपी लगाए टहल रहे हैं. उनका विरोध अखिल भारतीय हिन्दू महासभा व हिन्दू छात्र सभा करेगी. कहा कि शनिवार को गुरु गोविंद सिंह की जयंती है. कल 25 दिसंबर को तुलसी दिवस है. पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती भी कल है. उनको याद कीजिए. सभी लोगों को 25 दिसंबर को तुलसी दिवस के रूप में मनाना चाहिए.
राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि क्रिसमस का त्योहार अंग्रेजों का त्योहार है. यह वह संस्कृति है जिसने हमारे देश पर 200 साल तक राज किया. हमारे किसानों, हमारी बहन बेटियों का शोषण किया. इन्हीं सभी बातों को बताने के लिए आज हम सभी लोग हिंदू जनजागरण समाज को जागरूक करने के लिए इकट्ठा हुए हैं. सभी सनातन धर्म के लोगों को समझाने आए हैं कि ऐसी परंपराओं में कभी हम लोगों को शामिल नहीं होना चाहिए.
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