भोपाल/लखनऊः राज्य सरकार ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बाद अब मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश के बीच बस परिवहन पर रोक लगा दी है. राज्य सरकार ने यह निर्णय उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया है. यह रोक 7 मई तक के लिए लगाई गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को 18 जिलों की कोरोना समीक्षा बैठक की थी. बैठक में टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों की समीक्षा बैठक के दौरान सामने आया कि जिले से सटे झांसी और उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों से बसों की माध्यम से लोगों का आवागमन तेजी से हो रहा है, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है.
कोरोना की रोकथाम के लिए लिया गया फैसला
इसी तरह छतरपुर, सागर, दतिया, भिंड आदि जिले उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हैं. इसके बाद परिवहन विभाग ने मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश के बीच बस परिवहन सेवा पर 9 दिनों के लिए रोक लगा दी है. परिवहन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण पर रोकथाम को देखते हुए यह जरूरी है कि मध्यप्रदेश में उत्तर प्रदेश राज्य से आने जाने वाले बस परिवहन संचालन को स्थगित किया जाए. यह बस परिवहन 7 मई तक की अवधि के लिए स्थगित रहेगी. इससे पहले महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य से मध्यप्रदेश के बस परिवहन पर भी रोक लगाई गई थी.
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कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी बसों के प्रदेश में आने-जाने पर रोक लगा दी गई थी. छत्तीसगढ़ में कोरोना की भयावह हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इस संबंध में मध्य प्रदेश परिवहन आयुक्त (Madhya Pradesh Transport Commissioner) ने आदेश जारी किए थे.