लखनऊ: अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले का काला नमक चावल सिंगापुर में निर्यात किया जाएगा. राज्य सरकार की 'एक जिला-एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना के तहत किसानों को दी गई सुविधाओं के फलस्वरूप इस प्रकार की सफलता मिल रही है.
सिद्धार्थनगर का ब्लैक राइस सिंगापुर में होगा निर्यात
अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि सिद्धार्थनगर जिले का काला नमक चावल सिंगापुर में निर्यात किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जल्द ही अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र वाराणसी के सहयोग से सिद्धार्थनगर में अनुसंधान केंद्र खोला जाएगा. इसके माध्यम से चावल की वैरायटी, ब्रीड और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी. साथ ही आसपास के जिलों के किसानों को भी इससे लाभ होगा.
आकर्षक एवं बेहतरीन पैकेजिंग
डॉ. नवनीत सहगल ने बुधवार को निर्यात प्रोत्साहन भवन में ओडीओपी कार्यक्रम की समीक्षा की. इस दौरान सिद्धार्थनगर जिले की एसपीवी ने सिंगापुर को निर्यात किये जाने वाले काला नमक चावल का प्रदर्शन किया. आकर्षक पैकेजिंग और चावल के अंदर मौजूद सभी खूबियों की जानकारी रैपर के माध्यम से उपलब्ध कराई गई. साथ ही चावल के जार पर बारकोड की सुविधा दी गई है, जिससे चावल खरीदने वाले व्यक्ति बारकोड स्कैन कर काला नमक चावल के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
काला नमक चावल को मिलेगा बड़ा बाजार
डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि शीघ्र ही अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र (आईआरआरआई) वाराणसी के सहयोग से सिद्धार्थनगर में अनुसंधान केंद्र खोला जाएगा. इसके माध्यम से चावल की वैरायटी, ब्रीड और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी. साथ ही आसपास के जिलों के किसानों को भी इससे लाभ होगा. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त काला नमक चावल के उत्पादन से जुड़े किसानों को स्थानीय स्तर पर बड़ा बाजार मुहैया कराने के लिए काला नमक महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा. काला नमक चावल का मार्केट बढ़ाने और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए सरकार किसानों व उद्यमियों को हर संभव मदद व सुविधा देने के लिए तत्पर है.