लखनऊ:राजधानी में प्राइवेट हॉस्टल संचालकों के लिए दिन प्रतिदिन मुसीबत बढ़ती जा रही है. भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद से सरकार ने देश में लॉकडाउन का निर्देश दिया था. लगभग 3 महीने का लॉकडाउन के बाद लखनऊ के जितने भी प्राइवेट हॉस्टल हैं, उनके घर के खर्चे चलना मुश्किल हो गए हैं.
लखनऊ में कोरोना की मार झेलते प्राइवेट हॉस्टल संचालक
यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. लॉकडाउन के बाद सारे छात्र अपने-अपने घर चले गए हैं. ऐसे में हॉस्टल संचालकों की आमदनी बंद हो गई है. संचालकों का कहना है कि अब घर-परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है.
प्राइवेट हॉस्टल संचालकों ने बताई समस्या
हॉस्टल संचालिका नीतू बताती हैं कि कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए अब लखनऊ नहीं भेजना चाहते, हालांकि सरकार का लॉकडाउन का फैसला जनता के लिए था, पर हम मध्यम वर्गीय परिवार वालों के लिए यह मुसीबत बनता जा रहा है. अगर इसी तरह से चलता रहा तो हम लोगों का खाना और घर-परिवार को चलाना मुश्किल हो जाएगा.