लखनऊ:कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. इसी कड़ी में आयुष विभाग भी कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए काम कर रहा है. विभाग द्वारा 6500 बेड आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार कराए गए हैं.
13000 से अधिक स्टाफ को किया जा रहा प्रशिक्षित
कोरोना वायरस से जंग के लिए स्वाथ्य विभाग मैदान में उतरा है. इसमें आयुर्वेद, यूनानी से लेकर होम्योपैथिक डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने मरीजों की देखभाल से लेकर स्क्रीनिंग का काम दिन-रात कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 13000 से अधिक स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा चुका है.
लखनऊ: कोरोना से लड़ने के लिए आयुष विभाग ने कसी कमर, तैयार करवाए 6500 बेड
राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए आयुष विभाग भी कोई कमी नहीं छोड़ रहा है. आयुष विभाग ने 13000 से अधिक स्टाफ को प्रशिक्षित किया है. वहीं आपातकालीन सेवाओं के लिए 6500 बेड तैयार कराए हैं.
आयुष विभाग ने अस्पतालों में तैयार करवाए बेड
उत्तर प्रदेश आयुष सोसाइटी के मिशन डायरेक्टर और विभाग के विशेष सचिव राजकमल यादव और विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी खुद कमान संभाल रहे हैं. उन्होंने बताया कि आयुष विभाग के 19 अस्पतालों में किसी भी आपात हालात से बचने के लिए करीब 1000 बेड तैयार किए जा चुके हैं. इसके अलावा 60 प्राइवेट कॉलेजों में 5500 बेड तैयार है.
आयुष कवच ऐप
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के आयुष विभाग द्वारा आयुष कवच नाम की एक ऐप भी बनाई गई है, जिसपर कोरोना से बचने को लेकर तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. इस ऐप के माध्यम से पूरे प्रदेश को 4 से 5 भागों में बांटा गया है और वहां की भौगोलिक स्थिति के अनुसार ऐप में दिनचर्या बनाई गई है. आयुष कवच ऐप को अब तक 3 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है.