लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम के दौरान भजन गायक अनूप जलोटा ने शिरकत की थी. बुधवार को शताब्दी वर्ष के अंतिम दिन गायक अनूप जलोटा ने पैदल लखनऊ विश्वविद्यालय का भ्रमण किया. उन्होंने 47 साल बाद विश्वविद्यालय से अपनी डिग्री प्राप्त की है.
छात्रों को सुनाया अपना प्रसिद्ध गीत. पैदल किया कॉलेज का भ्रमण
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा चल रहे शताब्दी वर्ष समारोह के दौरान अंतिम दिन भजन गायक अनूप जलोटा ने पैदल ही लविवि का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने अपने छात्र जीवन के पुराने दिनों को याद भी किया. जिसके बाद गायक अनूप जलोटा को लविवि के कुलपति आलोक कुमार राय के द्वारा उन्होंने अपनी 47 साल बाद डिग्री भी प्राप्त की. अनूप जलोटा थर्ड डिवीजन से पास भी हुए.
पढ़ने लिखने में कमजोर थे अनूप जलोटा. 1974 में की थी बीए
ईटीवी से बातचीत के दौरान गायक अनूप जलोटा ने बताया कि मैंने सन् 1974 में लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए उत्तीर्ण किया था. उन्होंने कहा कि बुधवार को 25 नवंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने मुझे डिग्री प्रदान की. उन्होंने बताया कि डिग्री प्राप्त करके मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे मैं दूसरी बार पदम श्री से सम्मानित किया जा रहा हूं.
1974 में अनूप जलोटा ने की थी बीए. नई ऊचाइयों पर जा रहा विविः जलोटा
छात्र जीवन के समय को याद करते हुए गायक अनूप जलोटा ने बताया कि 47 साल के बाद विश्वविद्यालय में काफी बदलाव आ गया है. पढ़ाई लिखाई के मामले में विश्वविद्यालय दिन पर दिन नई ऊंचाइयों पर जा रहा है.
मैं पढ़ने में कमजोर थाः जलोटा
भजन गायक ने अपने यादगार पल के बारे में मुस्कुराते हुए बताया कि मैं पढ़ने लिखने में बहुत कमजोर था. यहां दिन भर कैंटीन में बैठकर गाना गाया करता था फिर भी प्रोफेसर मुझसे काफी खुश रहते थे. अक्सर प्रोफेसर मुझसे गाना सुना करते थे. मुझे पता था कि पास तो हो ही जाऊंगा. आज मुझे विश्वविद्यालय से डिग्री भी प्राप्त हो गई है और मैं थर्ड डिवीजन पास भी हुआ हूं. वहीं उन्होंने अंत में दर्शकों के लिए अपना फेमस गीत 'ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन' गाना भी गुनगुनाया.