लखनऊ विश्वविद्यालयः पीएचडी प्रवेश से रोक हटी, बढ़ी सीटों पर हो सकेंगे एडमिशन
लखनऊ विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि पीएचडी प्रवेश पर लगी रोक हटा दी गई है. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू हो जाएगी.
लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश में लगी रोक हटा दी गई है. मंगलवार को कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू हो जाएगी. इससे प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों में खुशी की लहर है.
अतिरिक्त सीटों पर हो सकते हैं दाखिले
दरअसल, बीते दिनों गरीब वर्ग के अभ्यर्थियों को पीएचडी में दस प्रतिशत आरक्षण का लाभ ना दिए जाने के कारण विवाद हुआ था. इसके बाद प्रवेश प्रक्रिया रोक दी गई थी. अब पीएचडी प्रवेश की लगी रोक हटा दी गई है. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि पीएचडी प्रवेश की तैयारियां पूरी हो गई हैं. उम्मीद है कि इस सप्ताह में प्रवेश शुरू हो जाएंगे. ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर उठे विवाद के बाद विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश में भी इसे लागू कर दिया गया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएचडी की करीब 30 अतिरिक्त सीटों पर दाखिले हो सकेंगे. कुलपति के मुताबिक जिन विभागों में दस या उससे अधिक सीट हैं, वहां ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ मिल सकेगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए पीएचडी सीट का ब्यौरा जल्द ही जारी किया जाएगा. हालांकि करीब 25 से 30 सीट बढ़ने की उम्मीद है.
इन विभागों में हैं 10 या उससे ज्यादा सीट
विभाग | सीट |
गणित | 15 |
बॉटनी | 19 |
जियोलॉजी | 11 |
केमिस्ट्री | 23 |
वाणिज्य | 21 |
विधि | 38 |
अर्थशास्त्र | 16 |
अंग्रेजी | 21 |
हिंदी | 40 |
पर्शियन | 10 |
दर्शनशास्त्र | 16 |
संस्कृत | 10 |
समाजशास्त्र | 40 |
जूलॉजी | 22 |
फिजिक्स | 42 |
संख्यिकी | 10 |
अप्लाइड इकोनॉमिक्स | 14 |