लखनऊ :जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के वादों की भरमार भी बढ़ती जा रही है. आम आदमी पार्टी (Aam Adami Party) के फ्री बिजली, शिक्षा के बाद अब रोजगार की बारी है. आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार (Yogi Government) के रोजगार बांटने के दावों पर हमला शुरू कर दिया है. पार्टी की तरफ से आगामी 28 नवम्बर को लखनऊ में रोजगार गारंटी रैली (Rojgar Guarantee Rally) कराने का ऐलान किया गया है. आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि योगी राज में रोजगार मांगने पर युवाओं को लाठियां मिल रही हैं. सुहागिन शिक्षामित्र बहनों को नौकरी के लिए मुंडन कराना पड़ रहा है. योगी राज में बेरोजगारी की समस्या और गहरा गई है. ऐसे में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल 28 नवंबर को लखनऊ आएंगे और यहां रोजगार गारंटी रैली को संबोधित करेंगे. वह बताएंगे कि आम आदमी पार्टी यूपी को बेरोजगारी की समस्या से उबारने के लिए क्या काम करेगी.
AAP का बड़ा ऐलानः 28 को लखनऊ में होगी रोजगार गारंटी रैली, भरवाए जाएंगे गारंटी कार्ड - लखनऊ में आप की रोजगार गारंटी रैली
आम आदमी पार्टी ने 28 नवंबर को लखनऊ में रोजगार गारंटी रैली (Rojgar Guarantee Rally) करने का ऐलान किया है. पार्टी (Aam Adami Party) का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के कार्यकाल में रोजगार मांगने पर युवाओं को लाठियां मिल रही हैं. अब आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी की समस्या को दूर करेगी.
संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में केजरीवाल की पहली गारंटी 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदेश में अभियान के रूप में चल रहा है. इसमें आम आदमी का भरपूर साथ मिल रहा है. लोग खुद आकर कार्यकर्ताओं से गारंटी फॉर्म मांग कर भर रहे हैं और गारंटी कार्ड ले रहे हैं. इसी तरह अब केजरीवाल रोजगार की गारंटी देने आ रहे हैं.
सांसद संजय सिंह ने कहा कि योगी राज में युवाओं का उत्पीड़न चरम पर पहुंच गया है. नौकरी के लिए युवाओं को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं. शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती आदि के अभ्यर्थी सहित शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी, अनुदेशक आदि सभी परेशान हैं.
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प्रेस वार्ता के दौरान सांसद संजय सिंह ने कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर सवाल खड़ा किये. उन्होंने कहा कि योगी सरकार संविधान से नहीं चल रही. खुद मुख्यमंत्री कहते हैं कि उनकी सरकार ठोको नीति पर चल रही है. इसी ठोको नीति का नया शिकार कासगंज कोतवाली में मारा गया अल्ताफ है. इसी नीति के तहत किशोर प्रभात मिश्रा पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया गया. ठोको नीति पर काम करने वाली पुलिस द्वारा अपनी हत्या का अंदेशा जताने के बाद भी IPS पाटीदार ने उन्हें जान से मरवा दिया. मनीष गुप्ता से लेकर अरुण वाल्मीकि तक योगी की इसी ठोको नीति के शिकार हुए. अब अल्ताफ मामले में वहां के एसपी हास्यास्पद बयान दे रहे हैं कि साढ़े पांच फीट लंबे युवक ने ढाई फीट ऊंची टोंटी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करयी जानी चाहिए. आम आदमी पार्टी ने अल्ताफ के परिवार के एक व्यक्ति के लिए नौकरी और पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग भी की.
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