लखनऊ: यूपी में जातिगत सर्वे कराने के मामले में दर्ज की गई एफआईआर को लेकर हजरतगंज पुलिस ने राज्यसभा सांसद और आप नेता संजय सिंह को 41ए की नोटिस रिसीव कराई गई है. एसएचओ हजरतगंज अंजनी कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि जातिगत सर्वे मामले में संजय सिंह को विवेचना में सहयोग करने के लिए 41ए नोटिस रिसीव कराई गई है.
आप नेता संजय सिंह को मिला लखनऊ पुलिस का नोटिस, जातिगत सर्वे से जुड़ा है मामला
लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने राज्यसभा सांसद और आप नेता संजय सिंह को 41ए की नोटिस दी है. एसएचओ हजरतगंज अंजनी कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि जातिगत सर्वे मामले में संजय सिंह को विवेचना में सहयोग करने के लिए 41ए नोटिस रिसीव कराई गई है.
नोटिस जारी कर संजय सिंह को आगामी 20 सितंबर को पुलिस के समक्ष प्रस्तुत होने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश में राजस्थान के नंबर पर जातिगत सर्वे के लिए फोन आने के बाद हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने जांच के दौरान गंभीर धाराओं में संजय सिंह को आरोपी बनाया है. एफआईआर में संजय सिंह को जाति धर्म के आधार पर नफरत फैलाने, धमकाने, कूट रचित दस्तावेज बनाने और राजद्रोह के तहत आरोपी बनाया गया है.
राजस्थान से जातिगत सर्वे के लिए आने वाले फोन कॉल को लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देशों के तहत हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि यह जातिगत सर्वे आम आदमी पार्टी करा रही थी. ट्वीट कर संजय सिंह ने लिखा था कि "उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों की हत्या करना अपराध नहीं, लेकिन योगी सरकार जातिवादी है या नहीं, इसका सर्वे कराना अपराध है. सरकार जातिवादी नहीं है तो सर्वे से डर कैसा. सर्वे मैंने कराया है.