लखनऊ : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर जान गंवाने वाले शिक्षक एवं कर्मचारियों के परिवारों संग मिलकर आम आदमी पार्टी उनकी लड़ाई लड़ेगी. पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए पार्टी के नेता उनके घर जाएंगे.
'स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल'
आप के प्रदेश अध्यक्ष ने यूपी की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब तो हाईकोर्ट भी कह रहा है कि यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे है. उन्होंने कहा कि चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर जिन 1621 शिक्षकों-कर्मचारियों की मौत हुई थी, उनके लिए आम आदमी पार्टी पहले से एक करोड़ रुपये मुआवजे सहित एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रही है. हाई कोर्ट भी एक करोड़ का मुआवजा पर सहमति दे चुका है. इसके बाद भी योगी सरकार इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखा रही.
पीड़ित परिवारों से मिलेंगे आप के नेता
सभाजीत सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवारों के घर जाकर आप के नेता उनसे मिलेंगे और उनके साथ उनकी न्याय की लड़ाई लड़ेंगे. चुनाव में शिक्षकों के पास बचाव के संसाधन नहीं थे और अब इस बात को हाईकोर्ट ने भी स्वीकारा है कि यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे है.
शुरू हुई 'आप' की रसोई
सभाजीत सिंह ने बताया कि लखनऊ में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की तरफ से मंगलवार को आप की रसोई शुरू की गई. इसमें लगभग 2000 लोगों को प्रतिदिन खाना मुहैया कराया जाएगा. उन्होंने यह अपील भी की है कि उत्तर प्रदेश के सभी कार्यकर्ता इस वक़्त आगे आकर लोगों की मदद करें.
'आंकड़े कम करने के लिए कम कराई जांच'
सभाजीत सिंह ने आरोप लगाया कि महामारी की सही स्थिति सामने ना आ पाए, इसलिए योगी सरकार ने कोरोना जांच आधे से भी कम करा दी है. कोरोना गांव-गांव तक फैल चुका है. सभाजीत सिंह ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में लगातार यह बात सामने आ रही है कि मरीजों की संख्या कम दिखाने के लिए जांचें भी घटा दी गई हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे कई जिंदगियां जोखिम में पड़ सकती हैं. प्रदेश में रोज ही कहीं न कहीं से मानवता को शर्मसार करती शवों के अनादर की तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं ठेले पर लाशें ढोई जा रही हैं तो कहीं पर कुत्ते शव नोच रहे हैं.
चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर दम तोड़ने वाले के परिजनों को मुआवजे की मांग
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर अब तक प्रदेश भर में दो हजार से ज्यादा शिक्षक, शिक्षामित्रों के दम तोड़ने की सूचनाएं सामने आ चुकी हैं. बड़ी संख्या में शिक्षकों की मौतों के लिए योगी सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है. सरकार को अविलंब एक करोड़ की धनराशि पीड़ित परिवारों को मुहैया करानी चाहिए. साथ ही एक सदस्य को नौकरी भी देनी चाहिए.
'मजदूरी पेशा करने वालों को 5 हजार दे सरकार'
आप के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मजदूरी-पेशा लोगाें को सरकार की ओर से एक हजार रुपये देने की घोषणा नाकाफी है. आम आदमी पार्टी ने पहले ही दिहाड़ी मजदूर, ठेला, रेहड़ी वालों के लिए पांच हजार रुपये की मदद का प्रावधान करने की मांग की थी. महंगाई को देखते हुए एक हजार की धनराशि बढ़ाकर पांच हजार करनी चाहिए.
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