लखनऊ:ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मुसलमानों के बड़े त्यौहारों में से एक है. इसमें देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमान अल्लाह की राह में बकरे की कुर्बानी देकर गरीबों और जरूरतमन्दों के साथ अपने रिश्तेदारों में बड़े पैमाने पर गोश्त बांटते हैं. वहीं इसके मद्देनजर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अगुवाई में लखनऊ के उलेमा का एक डेलिगेशन सूबे के डीजीपी ओपी सिंह से मिलने पहुंचा.
लखनऊ: बकरीद से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उलेमाओं ने डीजीपी से की मुलाकात
बकरीद के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने को लेकर उलेमाओं के एक डेलिगेशन ने डीजीपी ओपी सिंह ने मुलाकात की. इस दौरान बकरीद के दौरान प्रदेश में कुर्बानी को लेकर किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न किए जाने की मांग की गई.
इस मुलाकात में प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी से बकरीद की नमाज में सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद इंतजाम करने की मांग की. वहीं मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि कुर्बानी उसी जानवर की दी जाती है, जिस पर कानूनी तौर पर कोई रोक नहीं है. लिहाजा पूरे प्रदेश में कुर्बानी को लेकर किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न की जाए.
उलमा के डेलिगेशन की ओर से दिए गए ज्ञापन में यह मांग भी रखी गई कि ऐसे किसान जो अपने भेड़ और बकरों को बेचने और व्यापार करने के लिए शहर की ओर आते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा का भी ख्याल किया जाए. इस मुलाकात में डीजीपी ओपी सिंह ने पूर्ण आश्वासन दिया कि इस बार की बकरीद भी पूरी तरह से अमन और चैन से गुजरेगी और पिछले सारे त्यौहारों से ज्यादा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी.