उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

आजमगढ़ का धनंजय वर्षों से अंबाला में मांग रहा था भीख, फोन नंबर याद आया तो निकला करोड़पति

अंबाला कैंट की सड़कों पर भीख मांगने वाला एक युवक अच्छे परिवार का पढ़ा-लिखा नौकरी पेशे वाला निकला. युवक नशे का आदि होने के चलते घर से भाग अंबाला आ पहुंचा और उसकी बुरी आदतों ने उसे भिखारी बनाकर रख दिया.

etv bharat
नशे ने किया घर से दूर तो संस्था ने मिलाया परिवार

By

Published : Jan 12, 2020, 9:19 PM IST

लखनऊ/अंबालाःशहर में एक व्यक्ति पिछले दो साल से भीख मांग रहा था. दो साल बाद जब उसे अपने घर का नंबर याद आया और उसने लोगों को बताया तब पता चला कि वो करोड़पति है. युवक उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है और नशे का आदि होने के चलते घर से भाग आया था. युवक को वापस लेने के लिए उसकी बहन अंबाला आई थी.

नशे ने किया घर से दूर तो संस्था ने मिलाया परिवार

नशे का था आदि
अंबाला कैंट की सड़कों पर भीख मांगने वाला एक युवक अच्छे परिवार का पढ़ा लिखा नौकरी पेशे वाला निकला. युवक नशे का आदि होने के चलते घर से भाग अंबाला आ पहुंचा और उसकी बुरी आदतों ने उसे भिखारी बनाकर रख दिया. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब अंबाला की गीता गोपाल संस्था ने एक युवक को बड़े-बड़े बालो में घायल अवस्था में देखा. जिसके बाद संस्था से जुड़े साहिल ने उसकी मदद करनी चाही लेकिन युवक तैयार नहीं हुआ.

ऐसे परिवार का चला पता
इसके बाद संस्था के लोगों ने जैसे-तैसे उसे मनाया और उसे फर्स्ट एड दिया. इस दौरान साहिल ने उससे उसके परिवार के बारे में जानना चाहा लेकिन युवक ने कुछ नहीं बताया. साहिल ने बताया कि काफी देर पूछताछ के बाद उसने अपने भाई शिशुपाल का नंबर दिया. उन्होंने बताया कि शिशुपाल से जब फोन पर बात हुई तो पूरी कहानी का पता चला.

ये भी पढ़ेंः 15 साल की उम्र में इशिका ने लिख दीं दो किताबें, विवेकानंद यूथ अवार्ड के लिए नॉमिनेट

अच्छे परिवार का पढ़ा लिखा है धनंजय
साहिल ने बताया कि धनंजय ने पहले अपना नाम धर्मेन्द्र बताया था लेकिन जब उसकी छोटी बहन नेहा से बात हुई तो उसने पूरी सच्चाई बताई. धनंजय अच्छे परिवार का पढ़ा लिखा लड़का है, लेकिन नशे की आदत ने उसकी हालत ये कर दी. वो 2 बहनों का इकलौता भाई है.

भीख मांग कर रहा था गुजारा
धनंजय पहले दिल्ली में नौकरी करता था उसके बाद अंबाला आ गया, लेकिन पिछले 2 साल से परिवार के साथ उसका कोई संपर्क नहीं था. धनंजय अंबाला में भीख मांगकर गुजारा कर रहा था. गीता गोपाल संस्था के लोगों ने धनंजय के परिवार से संपर्क किया और उसकी बहन नेहा उसे अंबाला से वापस आजमगढ़ ले गई.

ABOUT THE AUTHOR

...view details