लखनऊ: हम सभी जानते हैं कि पेंशन हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है और मुख्य रूप से पेंशन हमारे देश के वृद्ध लोगों को दी जाती है, लेकिन राजधानी लखनऊ में 5,500 बुजुर्ग व्यक्ति इन दिनों वृद्धावस्था पेंशन (Old Age Pension) न मिलने के कारण परेशान हैं. सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग रोजाना पेंशन के लिए विकास भवन से लेकर ब्लॉक और तहसील का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बजट के अभाव में उनकी पेंशन अटकी हुई है. पहले ग्रामीणों की पेंशन सत्यापन न होने के कारण अटकी हुई थी तो अब बजट की कमी हो गई है.
बता दें कि साल में तीन-तीन महीने की चार किस्तों में बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन दी जाती है. एक बार में 500 रुपये प्रति महीने के हिसाब से 1,500 रुपये की पेंशन मिलती है. इस वित्तीय वर्ष में पहली तिमाही की किस्त इस महीने के अंत तक भेजे जाने की बात जिला समाज कल्याण अधिकारी कह रहे हैं.
बजट के अभाव में अटकी 5,500 बुजुर्गों की पेंशन
राजधानी लखनऊ के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 5,500 बुजुर्गों को जनवरी से पेंशन नहीं मिली है. पेंशन के सहारे गुजारा करने वाले वृद्धजनों को अब मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. वह बैंक से लेकर तहसील और विकास भवन का चक्कर लगाने को मजबूर हैं. 2021-22 के वित्तीय वर्ष में एक भी बार अभी तक वृद्धावस्था पेंशन जारी नहीं हुई है. हर माह जिला समाज कल्याण विभाग के द्वारा यह पेंशन जारी की जाती है, लेकिन इस बार बजट की कमी के चलते बुजुर्गों को पेंशन नहीं भेजी जा सकी है. जिला समाज कल्याण अधिकारी आकांक्षा दीक्षित ने बताया कि बजट के अभाव के चलते वृद्धावस्था पेंशन जारी नहीं हो सकी है. बजट मिलते ही इस माह के अंत में बुजुर्गों को पेंशन जारी कर दी जाएगी.