लखनऊ: देशभर में कोरोना की संभावित तीसरी लहर (third wave of corona) का खतरा मंडरा रहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसका वक्त अगस्त से अक्टूबर के बीच बताया है. इस बार डेल्टा प्लस वैरिएंट(Delta Plus Variants) का भय बना हुआ है. इसको लेकर सरकार अलर्ट है. सरकार ने जुलाई तक सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिस्टम(oxygen system) दुरुस्त करने का आदेश दिया है.
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन को लेकर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों हाहाकार मच गया था. ऑक्सीजन संकट के चलते सिलिंडरों को कई गुना अधिक कीमत पर ब्लैक किया जाने लगा. सरकार को इस दौरान कालाबाजारी रोकने और ऑक्सीजन संकट दूर करने के लिए पूरा अमला झोंकना पड़ा था. लिहाजा, इस बार सरकार तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों में जुट गई है.
प्रदेश में लग रहे 528 ऑक्सीजन प्लांट
राजधानी के सिविल अस्पताल(civil hospital) समेत कई जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लग गए हैं. मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट(oxygen plant) के साथ-साथ ऑक्सीजन कन्संट्रेटर प्लांट(Oxygen Concentrator Plant) भी लगाए जा रहे हैं. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, यूपी के अस्पतालों में 528 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसमें से 133 प्लांट शुरू भी हो चुके हैं. बाकी ऑक्सीजन प्लांट को 31 जुलाई तक शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष चंद्र सुंदरियाल ने कहा कि वार्डों में प्लांट से ऑक्सीजन सप्लाई शुरू हो गयी है.
लगाई जाएंगी 21 हजार ऑक्सीजन कन्संट्रेटर मशीन
सरकार दूसरी लहर में ऑक्सीजन संकट से सबक ले चुकी है. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर वह कई मोर्चे पर काम कर रही है. ऑक्सीजन प्लांट के अलावा 21 हजार के करीब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदी जा रही हैं. यह मशीनें हवा से ऑक्सीजन बनाती हैं. इन मशीनों को सीएचसी और अस्पतालों को दिया जा रहा है.
जुलाईभर में दुरुस्त होगा यूपी के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिस्टम, नवनीत सहगल ने दिए निर्देश - ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार
सरकार दूसरी लहर में ऑक्सीजन संकट से सबक ले चुकी है. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर वह कई मोर्चे पर काम कर रही है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, यूपी के अस्पतालों में 528 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसमें से 133 प्लांट शुरू भी हो चुके हैं. बाकी ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) को 31 जुलाई तक शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
खपत घटी, पांच दिन का स्टॉक मेनटेन
कोरोना का प्रकोप घट गया है. ऐसे में ऑक्सीजन की खपत भी सामान्य हो गई है. कोरोना की दूसरी लहर में जहां एक दिन में हवाई जहाज, रेल, ट्रकों से 1150 मीट्रिक टन तक ऑक्सीजन जुटानी पड़ी थी, वहीं अब 350 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ही खपत हो रही है. ऐसे में अस्पतालों में पांच-पांच दिन का स्टॉक भी मेनटेन हो गया है.
प्रदेश में कोरोना ग्राफ
कोरोना से संक्रमित- 16,81,717
कोरोना से मरीजों की मौत- 22,640
कोरोना के एक्टिव केस- 2,264