लखनऊःअपर मुख्य सचिव, गृह और यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने गंगा एक्सप्रस-वे के लिए होने वाले भूमि अधिग्रहण से संबंधित जिलाधिकारियों और यूपीडा के आला अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने भूमि अधिग्रहण शीघ्रता से पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.
परियोजना के लिए 18 प्रतिशत भूमि अधिग्रहित
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अब तक कुल भूमि के सापेक्ष 1248 हेक्टेयर यानि 18 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है. एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि क्रय करने में यूपीडा की तरफ से अब तक लगभग 1300 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. बैठक में उन्होंने गंगा एक्सप्रेस-वे के भूमि अधिग्रहण के लिए हापुड़, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव और रायबरेली के जिलाधिकारियों से फोन पर बात करके भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे के लिए 1248 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित - 1248 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित
अपर मुख्य सचिव, गृह और यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने गंगा एक्सप्रस-वे के लिए होने वाले भूमि अधिग्रहण से संबंधित जिलाधिकारियों और यूपीडा के आला अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक की.
यह भी पढ़ेंःसहारा शहर के 1400 एकड़ में लखनऊ विकास प्राधिकरण बनाएगा टाऊनशिप
594 किमी लम्बा है एक्प्रेस-वे
उल्लेखनीय है कि मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लम्बे प्रस्तावित एक्सेस कन्ट्रोल्ड ग्रीन फील्ड गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना पर कार्य हो रहा है. इस परियोजना के भूमि क्रय के लिए यूपीडा ने संबंधित जिलों को अब तक 2138 करोड़ रुपये भेजे हैं. यह ग्रीन फील्ड परियोजना उत्तर प्रदेश के 12 जिलों की 30 तहसीलों से होकर गुजरेगी. इस परियोजना के लिए 519 गांव की कुल 7418 हेक्टेयर भूमि क्रय की जाएगी.
यह भी पढ़ेंःयूपी में कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 31 मार्च तक बंद
इन जिलों से होकर गुजरेगा गंगा एक्प्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज में समाप्त होगा. मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने दावा किया है कि यूपीडा द्वारा गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से संबंधित भूमि अधिग्रहण का कार्य तीव्रता से किया जा रहा है.