लखीमपुर खीरी:देश भर के वन्य जीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी है. इस बार योगी सरकार ने दुधवा टाइगर रिजर्व समेत यूपी के अन्य टाइगर रिजर्व के द्वार सैलानियों के लिए एक नवंबर से खोलने का निर्णय लिया है. पहले ये 14 नवम्बर से खोले जाने थे. हालांकि सैलानियों को इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन भी करना होगा. कोविड नियमों का पालन करते हुए सैलानी दुधवा नेशनल पार्क में जिप्सी सफारी कर सकेंगे, लेकिन सिर्फ चार लोग ही एक जिप्सी में बैठ सकेंगे.
बच्चों और बूढ़े लोगों को दुधवा नेशनल पार्क आने की अनुमति नहीं होगी. वहीं सैलानी हाथी की सवारी भी इस बार नहीं कर सकेंगे. सैनानियों को मास्क लगाना जरूरी होगा. मास्क नहीं लगाने पर 500 रुपये का जुर्माना भी अदा करना पड़ सकता है. दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि कोविड नियमों का सैलानियों को सख्ती से पालन करना होगा. अगर बाहर से आए दल में किसी एक को भी बुखार, खांसी या कोरोना के लक्षण मिले तो सबको वापस लौटा दिया जाएगा.
1 नवम्बर से खुलेंगे दुधवा नेशनल पार्क
बता दें, वाइल्ड लाइफ के शौकीन, जंगल और प्रकृति से दोस्ती रखने वाले यूपी के टाइगर रिजर्व को 14 नवम्बर से पहले खोलने की बहुत समय से मांग कर रहे थे. जिसके बाद दुधवा समेत पीलीभीत टाइगर रिजर्व के द्वार सैलानियों के लिए एक नवम्बर से ही खोलने का फैसला लिया है. दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि मास्क नहीं लगाने वालों पर 500 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा. दुधवा टाइगर रिजर्व के गेट पर हर सैलानी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. अगर उसे कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या बुखार खांसी जैसे कोई भी लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे सैलानियों के साथ आए पूरे दल को पार्क में घुसने की अनुमति बिल्कुल नहीं दी जाएगी. इसलिए ऐसे कोई भी लोग दुधवा पार्क घूमने न आएं. दुधवा टाइगर रिजर्व प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि गाइड ड्राइवर से लेकर सभी सैलानियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. सैलानी पार्क के अंदर गाड़ी से नीचे भी नहीं उतर सकेंगे. सैलानी बेस कैंप से जिप्सी में बैठकर फिर बेस कैंप पर ही लौट कर उतरेंगे.
कोरोना के चलते विशेष सतर्कता
कोरोना के मद्देनजर इस बार दुधवा टाइगर रिजर्व में सैलानियों को एक हट में सिर्फ दो लोगों को रुकने की ही अनुमति दी गई है. वहीं खाना खाने के लिए कैंटीन में भी टोकन की व्यवस्था की जाएगी. जिससे कैंटीन में एक साथ भीड़ न हो सके. कोरोना के चलते दुधवा टाइगर प्रशासन ने पूरी तरीके से सतर्कता बरतते हुए इस बार पर्यटन सत्र चलाने का निर्णय लिया है. मार्च से इस बार बीच में ही पर्यटन सत्र कोविड-19 के चलते बंद करना पड़ा था. तब से अब इस बार एक नवंबर से दुधवा के द्वार सैलानियों के लिए खोले जा रहे हैं.