लखीमपुर खीरी: उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से यूपी के खीरी जिले में सैलाब का कहर हाहाकार मचा रहा है. पांच तहसीलों के 150 से ज्यादा गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है. खीरी जिले की पलिया तहसील का संपर्क पूरी तरीके से जिला मुख्यालय से कट गया है. नेपाल जाने वाला नेशनल हाईवे भी बंद हो गया है. मैलानी गोंडा रेल प्रखंड भीरा से लेकर तिकुनिया स्टेशन तक जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गई है. मीटर गेज पर रेल यातायात पूरी तरह से ठप्प हो गया है.
दुधवा टाइगर रिजर्व में भी पानी घुस गया है. वहीं पलिया कस्बा पूरी तरीके से बाढ़ की चपेट में है. खीरी जिले की पलिया, गोला, निघासन, लखीमपुर और धौरहरा तहसील बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. पलिया में तो लोगों के घरों, दुकानों पेट्रोल पंपों में तक पानी घुस गया है. चीनी मिल, तहसील, बीडीओ का दफ्तर हर जगह पानी पानी है. अब तक बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो चुकी है.
पलिया तहसील का सम्पर्क टूटा, रेल, रोड सब पर पानी
खीरी जिले में सबसे बुरे हालात पलिया तहसील के हैं. जहां रेल रोड यातायात पूरी तरीके से बंद हो गया है. पलिया तहसील का संपर्क पूरी तरीके से जिला मुख्यालय से कट गया है. भीरा बलिया के बीच रेल ट्रैक अतरिया और बोझवा के पास कई जगह से कट गई है. इसके अलावा तिकुनिया की तरफ भी रेल ट्रैक पर पानी आने से रेल यातायात पूरी तरीके से बंद हो गया है. पलिया तहसील से निघासन होकर जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क पर नौगवां के पास भी तीन से चार फुट पानी चल रहा है. जिससे इस रूट को भी बंद कर दिया गया है. जिला मुख्यालय से पलिया होकर नेपाल को जोड़ने वाले रोड पर भी बाढ़ का पानी चल रहा है. इससे सम्पर्क पूरी तरह से कट गया है .
गोला तहसील के रेवतीपुरवा गांव को कराया गया खाली
गोला तहसील के भिजवा इलाके में इस बार बाढ़ ने तगड़ा वार किया है. जहां कभी पानी नहीं आता था, उन सड़कों पर वहीं इस बार बाढ़ का पानी आ गया है. भिजवा इलाके के रेवती पुरवा गांव को पूरी तरीके से खाली करा लिया गया है. इसके अलावा हुजूरपुरवा, चकपुरवा, कस्तोर, राधनपुरवा, चंदपुरा, अम्बरपुरवा आदि दो दर्जन गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित है. इधर पलिया तहसील के जंगल नम्बर सात आदि गांव भी प्रभावित हैं.