कुशीनगर:जिलेके अमवाखास बांध पर नारायणी नदी ने लक्ष्मीपुर गांव के सामने शुक्रवार को एक बार फिर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. नदी का कटान तेज होने के चलते बांध का काफी हिस्सा पानी में समा गया. सूचना पर मची अफरा-तफरी के बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है.
बांध के टूटने से नदी का कटान जोरों पर. इसे भी पढ़ें :- कुशीनगर: डर के साये में जिंदगियां, बांध टूटने का खतरा बरकरार
नारायणी नदी अपने उफान पर
शुक्रवार की सुबह अमवाखास बांध का एक हिस्सा टूटने पर ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई. मौजूद लोगों ने स्थानीय अधिकारियों को सूचना दी जिसके कुछ ही घण्टों में सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू करवाया. वहीं अधिशासी अभियन्ता का कहना है कि बांध को बचाने की हमारी कोशिश अंतिम समय तक जारी रहेगी.
बांध पर बचाव का काम ठीक से नहीं हो रहा है. हमलोग कटान के भय से परेशान हैं और अधिकारी शाम होते ही मौके से गायब हो जा रहे हैं. इस कारण ऐसी स्थिति हो गयी है.
-लाल चन्द्र प्रसाद, स्थानीय ग्रामीण
अचानक नदी के स्वभाव में परिवर्तन होने के कारण स्थिति खराब हो गयी है. बांध का काफी हिस्सा कट गया था उसके बावजूद बचाव कार्य जारी है. विभाग पूरी ताकत और उपलब्ध संसाधनों के साथ जमा है.
-भरत राम, अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड