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कौशाम्बीः जिला जेल में बंद कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिला जेल में हत्या के आरोप में बंद कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जेल प्रशासन के मुताबिक कैदी ने शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या की है. जबकि मृतक कैदी के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन कैदी के साथ मारपीट करता था.

जिला जेल का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी.

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Published : Aug 2, 2019, 7:19 AM IST

कौशाम्बीः जिला जेल में कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने से हड़कंप मच गया. कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर कैदी के साथ मारपीट का आरोप लगाया है. कैदी की मौत की सूचना पर अधिकारियों ने जेल पहुंच पूरे मामले की गहनता से जांच की है.

जिला जेल में बंद कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत.

क्या है पूरा मामला

  • करारी थाना क्षेत्र के रसूलपुर सोनी गांव के रहने वाले 29 वर्षीय जुबैर पर छोटे भाई की पत्नी की हत्या का आरोप लगा है.
  • 20 जून को जुबैर को करारी पुलिस ने जिला जेल भेज था. तब से वह अपनी पत्नी से जेल में हो रहे प्रताड़ना के बारे में बताता था.
  • शुक्रवार की रात जुबैर शौचालय में फांसी के फंदे से लटकता मिला.
  • जिसके बाद जिला जेल प्रशासन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
  • इस घटना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है.
  • वहीं मृतक की पत्नी और परिवारीजन जेल में प्रताड़ना का आरोप लगा रहे हैं.

जेल में कैदी की मौत की सूचना पर एडीएम, एसडीएम सतीश कुमार और एएसपी अशोक कुमार जेल पहुंच कर घंटों जांच की. इस पूरे मामले में जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दिया है.

जिला जेल में एक बैरक में विचाराधीन कैदी की मौत की सूचना प्राप्त हुई थी. इस पर हम लोगों ने जांच की है. यह कैदी 302 के अपराध के तहत विचाराधीन था. सूचना मिली है कि कैदी ने शौचालय पर अपने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या की है. कैदी की मौत पर मजिस्ट्रेट के द्वारा पंचायतनामा भर शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. इसमें जो भी उचित कानूनी कार्रवाई होगी वो की जाएगी.
-अशोक कुमार, एएसपी

रात में लगभग 12 बजे 302 के अपराध के तहत बंद विचाराधीन कैदी की मौत की सूचना मिली है. उसने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या की है. जिससे उसकी मृत्यु हो गई है जिलाधिकारी द्वारा जो भी मजिस्ट्रेट नामित किए जाएंगे वह इसकी जांच करेंगे.
-सतीश कुमार, उपजिलाधिकारी

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