कौशांबी:जिले में 19 अगस्त को जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना है. इस अविश्वास प्रस्ताव के पहले जिला पंचायत सदस्यों पर कार्रवाई का दौर शुरू हो चुका है. वार्ड नं 26 से जिला पंचायत सदस्य के घर बुलडोजर चला है. आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य के पति जितेंद्र कुमार ने ग्राम सभा की सरकारी जमीन (नवीन परती) पर कब्जा कर अवैध रूप से अपना आलीशान घर बनवा लिया था. जिसे वह नोटिस दिये जाने के बाद भी खाली नहीं कर रहे थे, जिसे शुक्रवार को जिला प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है.
पंचायल तहसील के नेवादा विकास खंड स्थित जैतपुर उर्फ पूरे हजारीपुर गाव में वार्ड नंबर 26 के जिला पंचायत सदस्य श्यामा सरोज के पति जितेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ रहते है. शुक्रवार को एसडीएम चायल सीओ और सराय अकिल पुलिस फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर जैतपुर उर्फ पुरे हजारीपुर गांव पहुंचे. इसके बाद जिला पंचायत सदस्य श्यामा सरोज के घर को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया. आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य ने सरकारी जमीन पर कब्जा करके उसपर अपना आलीशान मकान बनवा लिया था. जिसकी जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने लेखपाल से रिपोर्ट मांगी थी. लेखपाल निर्दोष कुमार ने तहसील प्रशासन को रिपोर्ट प्रेषित की. जिसमे गांव की अराजी संख्या 184 रकबा 0.2520 हेक्टेयर भूमि (1 बीघे 2 बिसवा) सरकारी जमीन के रूप मे दर्ज बताई गई.
जिला पंचायत अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव से पहले सदस्य के घर चला बुलडोजर - एसडीएम चायल सीओ
कौशांबी में जिला पंचायत सदस्य के घर बुलडोजर की कार्रवाई की गयी है. आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य के पति ने ग्राम सभा की सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से अपना आलीशान घर बनवाया था.
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तहसील प्रशासन के मुताबिक सरकारी जमीन को खाली करने का नोटिस आरोपी जितेंद्र कुमार को चस्पा कर दिया गया था. लेकिन, इसके बावजूद सरकारी भूमि पर बनाए गए मकान को जिंतेंद्र कुमार ने नहीं गिराया और क्षेत्रीय लेखपाल को सरकारी कार्य करने से भी रोका. जिस पर लेखपाल निर्दोष कुमार की तहरीर पर गुरुवार को सराय अकिल पुलिस ने तहरीर देकर जितेंद्र कुमार और उसके घर की अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
जिला पंचायत सदस्य श्यामा सरोज ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई, और न ही किसी तरह का कोई नोटिस दिया गया. अचानक उनके घर पर बुलडोजर चलाया गया. हमारे घर को गिरा दिया गया. हमारे तीन बच्चे है अब हम कहा जाएंगे. सिर्फ चुनाव के दौरान ही ऐसी चीजें होती है.
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