कासगंज: जिले में 24 अगस्त को एक स्कूल प्रबंधक की हत्या हुई थी. इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर वारदात का खुलासा कर दिया. पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले भतीजे और चौकीदार को गिरफ्तार कर लिया. हत्या में इस्तेमाल की गयी कुल्हाड़ी भी पुलिस ने बरामद की.
जानकारी देते कासगंज पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे कासगंज के थाना सोरों क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मल्लाह नगर के पास एकेएस स्कूल के प्रबंधक सुधीर सक्सेना पुत्र मुन्नालाल की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गयी थी. सुधीर सक्सेना स्कूल की छत पर बने कमरे में रहते थे. 24 अगस्त को वह स्कूल में ही छत पर सो रहे थे. तभी अज्ञात लोगों ने सिर पर कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी. इस मामले में सुधीर सक्सेना के परिजनों ने सोरों कोतवाली में मामला दर्ज कराया था.कासगंज एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कासगंज सदर क्षेत्राधिकारी आरके तिवारी के नेतृत्व में हत्यारोपी की तलाश में एसओजी सहित सर्विलांस की तीन टीमें गठित की थीं. स्कूल प्रबंधक सुधीर सक्सेना के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाने के बाद पुलिस सक्रिय हुई. पुलिस को सुधीर सक्सेना के भतीजा सौरभ सक्सेना पुत्र अनिल सक्सेना निवासी शिवपुरी कॉलोनी कोतवाली नगर जनपद एटा की गतिविधि संदिग्ध लगी. पुलिस ने भतीजे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
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कासगंज पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे ने कहा कि भतीजे सौरभ ने पूछताछ में बताया कि स्कूल उसकी मेरी मां के नाम पर है. चाचा सुधीर सक्सेना इसकी देखभाल करता था. जब सौरभ स्कूल की फीस का हिसाब मांगता था तो चाचा आनाकानी करता था और गाली-गलौच भी करता था. 24 अगस्त को सौरभ, कॉलेज के चौकीदार वीर सिंह के सामने कॉलेज में आया था.
चाचा और भतीजे ने एक साथ शराब पी. इस दौरान जब सौरभ ने स्कूल की फीस का हिसाब मांगा तो चाचा नाराज हो गया और गाली-गलौच करने लगा. सौरभ ने पास में पड़ी कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी. सौरभ को भगाने और दूसरी कहानी बनाने में चौकीदार वीर सिंह पुत्र भीम सिंह निवासी शाहपुर माफी थाना सोरों ने सहयोग दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया.