कासगंज:उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में मिड-डे मील योजना के अंतर्गत ग्राम प्रधानों के द्वारा मिड-डे मील वितरण के लिए आया खाद्यान्न बांटने के अलावा काफी मात्रा में शेष भी रह गया था. जिसके चलते बेसिक शिक्षा विभाग ने 4 करोड़ 56 लाख 94170 रुपये की रिकवरी करने के आदेश दिए हैं. जिसके लिए विभाग की तरफ से 356 ग्राम प्रधानों के नाम आरसी भी जारी कर दी गयी है.
मिड-डे मील योजना में ग्राम प्रधानों ने की करोड़ों की धांधली, रिकवरी के आदेश
जिले में मिड-डे मील वितरण के लिए आया खाद्यान्न बांटने के अलावा काफी मात्रा में शेष भी रह गया था. जिसको संज्ञान में लेते हुए अब प्रशासन ने रिकवरी करने के आदेश दिए हैं. यह रिकवरी 4 करोड़ 56 लाख 94170 रुपये की है.
दरअसल कासगंज में वर्ष 2009/10 में ग्राम प्रधानों द्वारा परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के लिए चलाई जा रही है मिड डे मील योजना के अंतर्गत मिड-डे मील वितरण के लिए विभाग द्वारा दिये गया खाद्यान्न काफी मात्रा में शेष रह गया था. जिसका हिसाब ग्राम प्रधानों ने आज तक नहीं दिया था. जिसके बाद विभाग के द्वारा सभी ग्राम प्रधानों के खातों की जांच गयी तो पता चला 356 ग्राम प्रधानों के पास मिड-डे मील के अंतर्गत बच्चों के वितरण के लिए आया राशन शेष रह गया है.
जिसके बाद अब जाकर बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले की 356 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों पर बकाया 4 करोड़ 56 लाख 94170 की रिकवरी के लिए आरसी जारी कर दी है. वहीं इतने वर्षों बाद अचानक रिकवरी का नोटिस देख कर ग्राम प्रधानों में हड़कंप मच गया है. जिसके चलते कुछ ग्राम प्रधान तो रकम जमा कर रहे हैं तो कुछ इससे बचाव के तरीके आजमा रहे हैं. आपको बता दें कि पूर्व में 29 ग्राम प्रधानों से 26 लाख रूपये की वसूली बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की जा चुकी है.