कासगंज: उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों के साथ जिले में भी शुक्रवार से लंबित मांगों को लेकर जीवनदायिनी एंबुलेंस कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. हालांकि पहले दिन हड़तालियों ने शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर आपातकालीन एंबुलेंस सेवाओं को जारी रखा. साथ ही सरकार को 36 घंटे तक मांगे पूरी किए जाने की चेतावनी दी. अगर ऐसा नहीं होता है तो वह एंबुलेंस का चक्का जामकर उग्र आंदोलन करेंगे.
कासगंज: 36 घंटे में मांगों को नहीं माना गया तो किया जाएगा चक्का जाम
उत्तर प्रदेश के कासगंज में अपनी लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार से जीवनदायिनी एंबुलेंस कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. साथ ही सरकार को 36 घंटे तक मांगों को पूरी किए जाने की चेतावनी दी. कहा कि मागों को पूरा न करने पर एंबुलेंस का चक्का जाम कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
धरने पर बैठे जीवनदायिनी एंबुलेंस कर्मचारी संघ के सदस्य
जनपद के जिला अस्पताल के प्रांगण में पंडाल लगाकर जीवनदायिनी 108, 112 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के सदस्य धरने पर बैठे हैं. हड़ताल पर बैठे एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि उन्हें एजेंसी द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जबकि मन मुताबिक काम लिया जाता है. साथ ही उनका शोषण किया जा रहा है. बिना नोटिस के सेवा समाप्त कर देते हैं, जिससे एंबुलेंस चालक परेशान हैं.
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मांगों को लेकर शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
एंबुलेंस कर्मचारी का कहना है किठेकेदारी की प्रथा समाप्त करा कर उनका परिचालन सरकारी स्तर पर किया जाए ताकि एजेंसी द्वारा उनका शोषण रोका जा सके. इसी को लेकर उन्होंने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है. हालांकि अभी यह हड़ताल 36 घंटे यानी गुरुवार से शुक्रवार शाम तक की है. अगर तब तक इनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो एम्बुलेंस कर्मी आगे भी अपना धरना जारी रखेंगे और एंबुलेंस का चक्का जाम करेंगे. वहीं महिला एंबुलेंस कर्मी का कहना है कि उनकी मांग जायज है. उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह 36 घंटे के बाद एंबुलेंस का संचालन बंद कर उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे.