कानपुर: जिले के बिल्हौर तहसील के गांव देवहा और चमनगंज में सरकारी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. लकड़ी माफिया दिनदहाड़े प्रतिबंधित लकड़ी आम, नीम, शीशम के वृक्षों पर आरा चला रहे हैं. लकड़ी कटान की तस्वीरें सरकार के दावों और वन विभाग की पोल खोलने के लिए काफी हैं. नियम के अनुसार प्रतिबंधित हरे वृक्ष को काटा नहीं जा सकता है. विशेष परिस्थितियों में विभाग की अनुमति जरूरी होती है.
लकड़ी छोड़कर भागे माफिया
गांव में etv bharat टीम के पहुंचते ही लकड़ी माफिया मौके से भाग गए. इस दौरान टीम की नजर रास्ते से गुजर रही ट्रैक्टर-ट्रॉली पर पड़ी. इसमें आम की हरी लकड़ियां भरी थी. लकड़ी टीम को ग्रामीणों ने बताया कि बिल्हौर के देवहा, चमनगंज, मकनपुर और आस-पास के दर्जनों गांवों में लकड़ी माफिया पेड़ों का अवैध कटान कर रहे हैं. क्षेत्र में नीम, शीशम, आम के हरे वृक्षों पर कुल्हाड़ी चलाकर क्षेत्र को रेगिस्तान बनाया जा रहा है.इस काम के लिए ये लोग बिना नंबर की बाइक और ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करते हैं.
इस मामले पर कानपुर वन विभाग डीएफओ अरविंद यादव को अवगत कराने पर उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में ले लिया गया है. जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.