कानपुर: मुझे इस विवि में आकर जब मालूम हुआ, कि यहां के जो परीक्षा परिणाम कुछ दिनों पहले जारी हुए थे उनमें 66.67 फीसद छात्राएं पास हुईं और 33.33 फीसद छात्र. इस बात को जानकर मैं बेहद खुश हूं. खुशी है बेटियां, बेटों से आगे हैं. बुधवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) के 24वें दीक्षांत समारोह में यह बातें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहीं.
उन्होंने मुख्य अतिथि नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख की मौजूदगी में 557 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां व 60 छात्र-छात्राओं को पदक देकर सम्मानित किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्य अतिथि रमेश चंद्र को मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित भी किया.
अध्यक्षीय उद्बोधन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कृषि से जुड़े जो आंकड़े सरकार के पास हैं उनके मुताबिक सूबे में करीब 70 फीसद आबादी ग्रामीण परिवेश में रह रही है और उनमें से 48 फीसद महिलाएं ऐसी हैं जो कृषि क्षेत्र से जुड़े कार्यों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रही हैं. वह बोलीं, चाहे बेटियां हों या फिर महिलाएं सभी हर क्षेत्र में अपने हुनर को प्रदर्शित कर रही हैं, जो भारत के लिए एक अच्छा संकेत है. दीक्षांत समारोह में कुलपति डा.डीआर सिंह ने सभी अतिथियों का सम्मान किया. यहां मुख्य रूप से डॉ.धर्मराज सिंह, निदेशक शोध डॉ.विजय यादव, डॉ.एके सिंह व मीडिया प्रभारी डॉ.खलील खान आदि मौजूद थे.
राज्यपाल बोलीं, अधिक पैदावार करें किसान
सीएसए के दीक्षांत समारोह की थीम मिलेट्स इयर (मोटा अनाज वर्ष) रखी गई थी. ऐसे में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि इस साल प्रदेश के सभी किसान मोटे अनाज की खेती पर ध्यान दें. कोशिश करें, कि अधिक से अधिक अनाजों की पैदावार हो. सभी कृषि विवि के वैज्ञानिक, किसानों की मदद करें. कार्यक्रम के दौरान 10 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मोटे अनाज के पैकेट सौंपे गए. साथ ही सभी ने जल संरक्षण की शपथ ली.
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