कानपुर:यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 97.67% अंक हासिल कर प्रदेश में टॉप करने वाले कानपुर के प्रिंस पटेल की सफलता की कहानी औरों से अलग है. उनका कहना है कि उन्होंने न तो किसी की कोचिंग पढ़ी और न ही किसी विषय का रट्टा मारा. किताबों की मदद से खुद के नोट्स तैयार किए और उन्हें पढ़ा. इसकी बदौलत वह टॉपर बन गए. प्रिंस का कहना है कि पढ़ाई कभी समय देखकर नहीं करनी चाहिए. जब मन करे तब पढ़ने बैठ जाना चाहिए.
प्रिंस पटेल ने बताया कि उनका सपना एनडीए में जाकर देश की सेवा करना है. यह लक्ष्य उन्होंने बचपन में ही तय कर लिया था. इस मेधावी छात्र ने यह भी कहा की उन्हें तो मालूम तक नहीं था कि उन्होंने टॉप किया है. इसकी सूचना उन्हें बाद में मिली. मूलरूप से फतेहपुर की बिंदकी तहसील के इब्राहिमपुर में रहने वाले प्रिंस कानपुर के मुरलीपुर स्थित अनुभव इंटर कॉलेज में दसवीं के छात्र रहे हैं. यहां उन्होंने नौंवी में दाखिला लेकर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करनी शुरू की थी.
प्रिंस का कहना है कि उन्हें गणित और विज्ञान अन्य विषयों की अपेक्षा ज्यादा अच्छे लगते हैं. प्रिंस के पिता अजय कुमार किसान हैं और माता शिवकांति देवी गृहिणी हैं. उन्होंने कहा कि माता-पिता ने मेरा हर कदम पर साथ दिया. साथ ही कभी किसी तरह का दबाव नहीं बनाया.