कानपुर:कहा जाता है कि एक शिक्षक ही सभ्य समाज का निर्माण करता है. शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए गए छात्र भविष्य में डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक समेत अन्य पदों को हासिल करते हैं. कई शिक्षक तो ऐसे होते हैं, जो अपने कार्यों से हमेशा के लिए छात्रों के दिलो-दिमाग में बस जाते हैं. जी हां, आज यानी कि 5 सितंबर को पूरा देश शिक्षक दिवस (Teacher day) मना रहा है. ये दिन बच्चों के साथ ही शिक्षकों के लिए भी बेहद अहम होता है. वहीं, इसी दिन कुछ उत्कृष्ट शिक्षकों को भी सम्मानित किया जा रहा है, जिनका मानना है कि बच्चों को अगर समझना है तो बच्चों के साथ पूरी तरह बच्चा बनना होगा. इनमें चंदौली के शिक्षक शिवेंद्र सिंह बघेल और कानपुर की शिक्षक नीलम सिंह शामिल है, जिन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार से अब सम्मानित किया जाएगा.
यह भी पढ़ें- सीएम योगी बोले, छात्रों के साथ टीचर भी लगाएं स्कूल में झाड़ू, तो बुराई नहीं
मौजूदा समय में हरदोई के प्राथमिक विद्यालय(Hardoi Primary School) में कार्यरत और कानपुर के समीप शुक्लागंज निवासी शिवेंद्र सिंह बघेल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि आमतौर पर बच्चों के दिल में शिक्षक को लेकर डर भरा होता है, जिसे दूर करने की जरूरत होती है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चों के साथ पूरी तरह बच्चा बनना होगा. जब आप बच्चों से प्यार करेंगे तो निश्चित तौर पर वह खुलकर आपसे संवाद कर सकेंगे. उन्होंने कहा, कि अब बच्चों के लिए नया कांसेप्ट शुरू किया, हाउ टू कनेक्ट विद यू... इसी कांसेप्ट के साथ बच्चों के बीच जाएंगे.
यह भी पढ़ें- AAP यूपी में छेड़ेगी 'सेल्फी विद स्कूल' अभियान, बीजेपी शासित प्रदेशों में सरकारी स्कूल को लेकर किया वार
शहर में कटरी शंकरपुर सराय के प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापक नीलम सिंह को उप्र राज्य शिक्षक पुरस्कार 2021 (UP State Teacher Award 2021) के लिए चयनित किया गया है. नीलम ने अपने हुनर से स्कूल की तस्वीर बदल दी. बच्चों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ स्कूल में कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर हर वो सुविधा है, जिससे बच्चे एक बेहतर माहौल में पढ़ाई करते हैं. नीलम कहती हैं, कि हर शिक्षक को पूरी लगन, ईमानदारी और मेहनत से बच्चों को पढ़ाना होगा.