कानपुर:देश में इन दिनों हेपेटाइटिस-सी के मरीजों की बढ़ोतरी हो रही है, जहां सिर्फ विदेशी शोध के आधार पर ही इलाज कारगर है, जो महंगा होने के साथ ही तकलीफ वाला भी है. इससे कई बार साइडइफेक्ट तक हो जाते हैं. ऐसे में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी डॉ. विनय कुमार की टीम ने हेपेटाइटिस-सी की दो दवाओं का कॉम्बिनेशन तैयार किया है, जो न सिर्फ 12 हफ्ते में हेपेटाइटिस-सी का वायरस खत्म कर सकता है बल्कि इसका पूरा शोध स्वदेशी है.
अब 12 महीने नहीं 12 हफ्ते में ठीक होगा हेपेटाइटिस-सी
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी डॉ. विनय कुमार की टीम ने हेपेटाइटिस-सी की दो दवाओं का कॉम्बिनेशन तैयार किया है, जो न सिर्फ 12 हफ्ते में हेपेटाइटिस-सी का वायरस खत्म कर सकता है, बल्कि इसका पूरा शोध स्वदेशी है.
डॉ. विनय की टीम का यह कॉम्बिनेशन पूरी तरह सफल रहा है और टीम ने अपनी रिपोर्ट एथिक्स कमेटी को सौंप दी है. शोध में यह दावा किया गया है कि यह दवा हेपेटाइटिस-सी के वायरस को पूरी तरह खत्म करने में कारगर है.
इन दवाओं के कॉम्बिनेशन पर हो रहा शोध
गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी डॉ. विनय कुमार ने बताया कि पिछले कई साल से हेपेटाइटिस-सी की दवाओं को लेकर शोध हो रहा है. इसमें अभी तक हम विदेशों के शोध पर निर्भर थे, लेकिन अब मेडिकल कॉलेज की टीम ने सोफोसबुविर और वेलापटेसविर के कॉम्बिनेशन को 62 मरीजों को दिया गया. इसके ट्रायल के रिजल्ट 100 फीसदी तक सफल रहे.
- यह ए बी सी डी और ई वायरस होते हैं.
- भारत में सबसे ज्यादा सी होता है.
- यह हेपेटाइटिस सी संक्रमित ब्लड ट्रांसफ्यूजन, संक्रमित उपकरण से दांत सफाई और टैटू बनाने से हो सकता है.