गिरफ्तार अभियुक्तों के गिरोह के बारे में विस्तार से जानकारी देते डीसीपी अपराध सलमान ताज पाटिल कानपुर: गुजरात से कानपुर शहर आकर व्यापारियों को नकली सोना बेचने वाले दो अभियुक्तों को क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. गुजरात एटीएस की मदद से अरेस्ट किए गए अभियुक्तों को कानपुर पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर शहर ले आई है और अब उन्हें जेल भेजा गया है. इस मामले में शनिवार को डीसीपी अपराध सलमान ताज पाटिल ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी.
उन्होंने बताया, गुजरात स्थित भुज के एक गांव में रहने वाले इसाक और अली को अरेस्ट किया गया है. दोनों ही अभियुक्त काफी समय से उप्र के व्यापारियों संग नकली सोना देकर ठगी कर रहे थे. अप्रैल में थाना हरबंशमोहाल में वादी संतोष यादव ने अपने साथ हुए 1.57 करोड़ रुपये के फ्रॉड को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की तो उक्त अभियुक्तों को तलाशना बहुत मुश्किल था.
हालांकि, इंटेलीजेंस की मदद से पुलिस ने आरोपियों को ढूंढ़ लिया गया. इसाक संजय पटेल बनकर व्यापारियों से मिलता था, तो अली हंसमुख भाई पटेल बनकर. डीसीपी ने बताया कि दोनों का गुजरात में आपराधिक रिकार्ड भी मिला है. अब इनसे गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी ले रहे हैं. पुलिस को इस बात के साक्ष्य मिले हैं, कि जहां ये आरोपी रहते हैं वहां के 34 लोग इस तरह के कामों में सक्रिय हैं. आरोपियों के पास से नकली सोने के बिस्किट बरामद किए गए हैं.
पांच किलो की हुई डील तो पकड़ाया नकली सोना: डीसीपी ने बताया कि कानपुर के व्यापारी संतोष यादव से जब पहली बार आरोपी मिले थे, तो उन्होंने 100 ग्राम सोना देकर उसके रेट पर 10 प्रतिशत की छूट दी थी. फिर दोबारा मुलाकात करने पर 100 ग्राम नकली सोना दिया. हालांकि, तब तक व्यापारी को ठगी का आभास नहीं हुआ. फिर जब व्यापारी ने पांच किलोग्राम सोने की डील कर ली तो आरोपियों ने पहले रकम मांग ली. इसके बाद अपने एकाउंट नंबर व आईडी को बंद कर दिया. व्यापारी का कहना था, उसका आरोपियों से संपर्क फेसबुक के जरिए हुआ था.
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