कानपुर: आईआईटी कानपुर और लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई ने कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पॉजिटिव प्रेशर रेस्पिरेटर सिस्टम डिवाइस का प्रोटोटाइप बनाया है. आईआईटी कानपुर भी कोरोना से जंग के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर रहा है. इस वायरस का संक्रमण रोकना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. इसके लिए आईआईटी कानपुर ने संजय गांधी पीजीआई की मदद से एक पॉजिटिव प्रेशर रेस्पिरेटर डिवाइस का प्रोटोटाइप बनाया है.
कोरोना से जंग: आईआईटी कानपुर और SGPGI ने बनाया एडवांस रेस्पिरेटर - कोविड-19
आईआईटी कानपुर और SGPGI ने कोरोना से निपटने के लिए पॉजिटिव प्रेशर रेस्पिरेटर सिस्टम नाम की डिवाइस बनाया है. यह डिवाइस एन 95 मास्क से बेहतर काम करती है. दावा है कि यह सांस के जरिए फेफड़े में वायरस पहुंचने की सम्भावना को शत प्रतिशत खत्म कर देता है.
विश्व में अपने शोध के लिए पहचान रखने वाला आईआईटी कानपुर कोरोना संकट की घड़ी में नए अविष्कार कर रहा है. आईआईटी कानपुर ने अब वास्तविक कोरोना जो योद्धाओं डॉक्टर और नर्सों को संक्रमण से बचाने के लिए पॉजिटिव प्रेशर रेस्पिरेटर सिस्टम डिवाइस का प्रोटोटाइप बनाया है. यह डिवाइस एन 95 मास्क से बेहतर काम करती है. दावा है कि यह श्वांस को जरिए फेफड़े में वायरस पहुंचने की सम्भावना को शत प्रतिशत खत्म कर देता है.लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई की मदद से इस प्रोटोटाइप को डिवेलप किया गया है.
डिवाइस में 2 वॉल्व लगाए गए हैं. एक से हवा अंदर जाती है और दूसरे छोड़ी गई हवा बाहर आती है, जिसके लिए अस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन के सिलेंडर या फिर हवा की बोतल का इस्तेमाल किया जा सकता है.
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