कानपुरःशहर में एक सिपाही और उसकी भतीजी ने 6 व्यापारियों और अधिकारियों को हनीट्रैप का शिकार बना लिया. मामले में चौंकाने वाली एक बात यह भी है कि खुद सिपाही अपनी भतीजी को सामने लाकर लोगों को हनी ट्रैप का शिकार बनाता था. सिपाही अपनी भतीजी को पुलिस की एके-47 के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर धमक बनाता था. वहीं, उसकी भतीजी भी सोशल मीडिया पर एके-47 के नाम से चर्चित है.
हनीट्रैप की शिकार हुए एक व्यापारी ने पूरे रैकेट का खुलासा किया. व्यापारी हरिश्चंद्र ने बताया कि सिपाही और उसकी भतीजी ने उसे अपने जाल में फंसा लिया. जेल से छूटने के बाद व्यापारी ने मामले में शिकायत की तो पुलिस ने सिपाही और उसकी भतीजी के गैंग पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.
पीड़ित हरिश्चंद्र के मुताबिक रविंद्र सिपाही होते हुए भी राखी और मौरंग का काम करता था. उसका कल्याणपुर में राखी मौरंग का थोक कारोबार है. इसी सिलसिले में उसकी उससे दोस्ती हुई थी. सिपाही ने पहले ढाई लाख रुपए मौरंग के लिए एडवांस में लिए और इसके बाद पैसा वापस मांगा तो सिपाही ने अपनी भतीजी द्वारा उसे हनीट्रैप के जाल में फंसा लिया. हरिश्चंद्र के मुताबिक भतीजी ने उसे कई बिल्डरों को मौरंग सप्लाई के ऑर्डर दिलवाने के नाम पर एक होटल में बुलाया. वहां उसकी हरकतें देखकर वह बाहर निकलकर भाग गया.