कानपुर:गुयाना के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद इरफान अली शुक्रवार को शहर पहुंचे. यहां उन्हें हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल में निर्मित विमान ही भा गए. बिना किसी देरी के उन्होंने खरीद को लेकर अपनी रुचि दिखा दी. एचएएल के अफसरों संग बैठक के बाद संबोधन में इनकी तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में भारत के कदम तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े हैं. शहर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यहां से उनके पूर्वजों का जुड़ाव रहा है.
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली का शहर में प्रदेश सरकार की तरफ से एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने एयरपोर्ट पर स्वागत किया. इसके बाद राष्ट्रपति एचएएल के परिवहन वायुयान प्रभाग द्वार पर प्रवेश कर अंदर लगभग ढाई घंटे बिताए. इस दौरान विमानों को देखने के साथ ही अफसरों से बातचीत की. उन्होंने सीजी-767 इंडियन कोस्ट गार्ड 18 सीटर डोर्नियर विमान समेत अन्य को देखा.
एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने बताया कि राष्ट्रपति ने दो विमानों की खरीद पर सहमति जताई है. 18 सीटर विमान राष्ट्रपति को ज्यादा पसंद आया है. एक सप्ताह के अंदर इसकी खरीद प्रक्रिया करने को लेकर उन्होंने मसौदा किया है. उसकी दरें आदि भी समझी हैं. जल्द दो विमान गुयाना की धरती पर उड़ेंगे. केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार लगातार बेहतर काम कर रही है. राष्ट्रपति ने गुयाना में फल, फूल व सब्जी की खेती को लेकर भी सहयोग मांगा है. राष्ट्रपति ने लगभग ढाई घंटे एचएएल में प्रवास किया. इस दौरान उन्होंने एचएएल के अधिकारियों व पसंद आए विमानों के साथ फोटो भी खिंचवाई. इससे एचएएल के अंदर आत्मनिर्भर भारत की झलक साफ दिखाई पड़ी. एयरफोर्स स्टेशन से एचएएल के अंदर व बाहर तक कड़े सुरक्षा के इंतजाम रहे. एमएसएमई मंत्री ने बताया कि हार्टिकल्चर यानी बागवानी के लिए गुयाना के राष्ट्रपति को सहयोग दिया जाएगा. फल, फूल, सब्जी, सुगंधित और मसाले वाली फसलों को उगाने के लिए उन्हें बीज व प्रशिक्षित लोग मुहैया कराएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए भी सहमति बन गई है.
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