कानपुर:जिले कारामलीला पार्क गुजैनी अनदेखी का शिकार हो गया है. रामलीला पार्क कूड़ाघर में परिवर्तित हो गया है. स्थानीय लोगों की माने तो कूड़ाघर होने के वाबजूद नगर निगम द्वारा पार्क में कूड़ा डाला जाता है. इसके कारण यहां आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है. लोगों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से भी करने की बात कही है.
श्री रामलीला सोसायटी गुजैनी के संस्थापक महामंत्री पंडित विनोद मिश्रा ने बताया कि आगामी रामलीला कार्यक्रमों को देखते हुए जहां जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा रामलीला पार्कों की साफ-सफाई एवं व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने का आदेश दे रहा है, तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग और उसके अधिकारी गुजैनी जी ब्लॉक रामलीला पार्क में कूड़ा इकट्ठा करवा रहे हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा नालियों की सफाई न कराए जाने के कारण ऊपर तक नालियां चोक हो गई हैं. खुली नालियों में सीवर बह रहा है. इसकी बदबू से लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है. इस गंदगी के चलते शहर में मलेरिया, डेंगू, कोरोना जैसी महामारी का खतरा बना हुआ है.
कानपुर: रामलीला मैदान बन गया कूड़ाघर, जानिये क्यों - kanpur gujaini ramlila park
यूपी के कानपुर जिले में रामलीला पार्क गुजैनी को नगर निगम द्वारा कूड़ाघर बना दिया गया है. स्थानीय लोगों की माने तो कूड़ा घर होने के बाद भी नगर निगम द्वारा रामलीला पार्क में कूड़ा डाला जाता है.
विनोद मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन की अनुमति मिलते ही रामलीला और रावण का पुतला दहन कार्यक्रम संपन्न होना है, लेकिन नगर निगम ने पूरे रामलीला मैदान को कूड़ा घर बना रखा है. इस वर्ष मेला नहीं लगेगा, दुकानें नहीं लगेंगी. अगर पुतला दहन कार्यक्रम व आतिशबाजी की अनुमति मिलती है तो श्री रामलीला सोसायटी गुजैनी कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर देगी. उन्होंने कहा कि यदि 24 घंटे के अंदर श्री रामलीला मैदान गुजैनी की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं की गईं, तो रामलीला सोसायटी गुजैनी के पदाधिकारी महापौर और नगर आयुक्त से इसकी शिकायत भी करेंगे.