कानपुर: शहर के सबसे चर्चित मामला शामिल दवा व्यापारी से मारपीट में आरोपी पार्षद पति (भाजपा) अंकित शुक्ला ने सरेंडर कर दिया. शुक्रवार को अंकित शुक्ला ज्वाइंट सीपी कानून व्यवस्था के सिविल लाइंस स्थित कार्यालय में भीड़ के बीच सरेंडर करने अचानक से पहुंचा. इस दौरान ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी जनसुनवाई कर रहे थे. अंकित ने ज्वाइंट सीपी से कहा कि वह दोषी नहीं है. वहीं, संयुक्त पुलिस आयुक्त के निर्देश पर कोतवाली पुलिस अंकित को हिरासत में ले लिया.
कार्यालय के अंदर यह चर्चा भी जोरों पर थी कि अंकित को अरेस्ट कर लिया गया है. जबकि अंकित के समर्थकों का कहना था कि उसने अपने साथियों व अधिवक्ताओं के बीच रहते हुए सरेंडर किया. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के जनसंपर्क अधिकारी शानू शर्मा ने भी इसी बात को दोहराया. वहीं, अंकित के सरेंडर के बाद कार्यालय में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा. इस पूरे घटनाक्रम पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि अंकित से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों को भी पुलिस गिरफ्तार करेगी. पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य मौजूद है.
अमोलदीप के समर्थन में बनाई मानव श्रृंखला:एक ओर जहां दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह भाटिया से मारपीट को लेकर आरोपी पार्षद पति अंकित शुक्ला ने सरेंडर किया. वहीं, दूसरी ओर व्यापारी के समर्थन में जस्टिर फार अमोलदीप सिंह संस्था के पदाधिकारियों ने शहर के गुमटी गुरुद्वारा पर धरना दिया. इसके अलावा कई संगठनों को पदाधिकारियों ने एलएलआर अस्पताल के सामने ओवरब्रिज के नीचे खड़े होकर जस्टिस फॉर अमोलदीप लिखीं तख्तियां लेकर मानव श्रृंखला बनाई.
लग्जरी कार से उतरा, आंखों पर था गुलाबी चश्मा: आरोपी पार्षद पति अंकित शुक्ला के चेहरे पर अपने किए का डर कहीं से नहीं दिखा. सरेंडर से पहले ज्वाइंट सीपी कार्यालय के बाहर अंकित पूरे रौब में दिखा. उसने गुलाबी चश्मा पहन रखा था और वह लग्जरी कार से ठीक वैसे ही उतरा, जैसे फिल्मों में अभिनेता उतरते दिखते हैं.