लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Metro Rail Corporation) लखनऊ के बाद अब कानपुर (Kanpur) में जल्द से जल्द मेट्रो के संचालन की तैयारी में जुट गया है. यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव (UPMRC Managing Director Kumar Keshav) ने 114 ट्रेन ऑपरेटर और स्टेशन कंट्रोलरों को कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) की कमान सौंपी है. यही स्टेशन कंट्रोलर कानपुर में मेट्रो ट्रेन (metro train) को रफ्तार प्रदान करेंगे.
लखनऊ मेट्रो डिपो (Lucknow Metro Depot) में नए भर्ती हुए स्टेशन कंट्रोलरों को संबोधित करते हुए एमडी कुमार केशव ने उन्हें नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी. उन्होंने कहा कि आप सभी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के ब्रांड एम्बेसडर हैं और आने वाले समय में आपका अच्छा व्यवहार ही आपको लोगों से जोड़ेगा और आपको इसको ऐसे ही बरकरार रखना होगा, ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है. लखनऊ मेट्रो का निर्माण एक तय समय में हुआ जिसके बाद अब इसने अपनी एक एक नई पहचान बनाई है. वहीं, अब निर्माण के क्षेत्र में कानपुर मेट्रो भी बहुत जल्द पूरे विश्व में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा. यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने कहा कि आप सभी अब मेट्रो का हिस्सा हैं और आपके कंधों पर कानपुर मेट्रो की जिम्मेदारी होगी. जिसको आपको बहुत बखूबी निभाना होगा और खुद को एक मिसाल के रूप में पेश कर आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श स्थापित करना होगा.
114 ट्रेन ऑपरेटर और स्टेशन कंट्रोलरों के हाथों में होगी कानपुर मेट्रो की कमान
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Metro Rail Corporation) कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) का संचालन जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारियों में जुटा हुआ है. इसके लिए 114 ट्रेन ऑपरेटर और स्टेशन कंट्रोलरों को कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) की कमान सौंपी गई है.
बता दें कि ट्रेन ऑपरेटर को 23 सप्ताह का प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है. इसमें सिम्युलेटर के साथ प्रशिक्षण होता है. प्रत्येक ट्रेन ऑपरेटर को इन 23 हफ्तों में कुल 48 घंटे की सिम्युलेटर के साथ प्रशिक्षण करना अनिवार्य होता है. प्रशिक्षण के दौरान मेनलाइन (परिचालन ट्रैक) पर ट्रैन चलने का अनुभव प्रदान किया जाता है. प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद इनको 40 किलोमीटर टेस्ट ट्रैक और 360 किलोमीटर मेनलाइन पर बिना यात्रियों वाली मेट्रो ट्रेन चलने का अवसर इन 23 हफ्तों मे मिलता है. इसके अलावा यात्रियों को संभालना, उनको समझना और सुरक्षा एक अहम कार्य है. इसमें सभी ट्रेन ऑपरेटरों को भारतीय रेलवे के डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार किया प्रशिक्षण, उत्तर प्रदेश के अग्निशमन सेवा दल द्वारा अग्निशमन का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके साथ ही क्षेत्रीय अंग्रेजी भाषा कार्यालय और अमेरिकी दूतावास (दिल्ली) द्वारा सॉफ्ट स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाती है.