कानपुर देहात: गजनेर थाना क्षेत्र के मंगटा गांव में 13 फरवरी को भीम कथा को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया था, जिसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घरों को आग के हवाले कर दिया था. साथ ही इस खूनी संघर्ष में एक पक्ष के 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसमें से 6 से अधिक लोगों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें कानपुर नगर के लिए रेफर कर दिया गया.
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मंगटा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है. पुलिस ने 30 नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं विपक्षी पार्टियां इस मामले को भुनाने में लग गई हैं. खास तौर पर कांग्रेस जोर शोर से इस मुद्दे पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने में लगी है. इसी के चलते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने 14 फरवरी को टीम गठित कर मंगटा गांव भेजा था और पीड़ित परिवारों से उनका हालचाल जाना था.
शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू स्वयं ही मंगटा गांव पहुंचे. इस दौरान उनके साथ 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया और पूर्व सांसद राकेश सचान शामिल हैं. टीम ने पीड़ित परिवार से घटना के विषय में विस्तार से जानकारी ली. साथ ही पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया.