कन्नौज:पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर बुधवार को स्थानीय सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया. पार्टी नेता व कार्यकर्ता एकत्र होकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की अगुवाई में बुग्गी लेकर कलक्ट्रेट पहुंच गए. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सपाइयों ने राज्यपाल को सम्बोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त उप जिलाधिकारी को सौंपा.
ज्ञापन के माध्यम से सपाइयों ने कहा कि केंद्र सरकार मनमाने तरीके से पिछ्ले 15 दिनों से लगातार पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि कर रही है. नवाब सिंह यादव ने कहा कि देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है. लोगों के पास खाने के भी पैसे नहीं हैं. लोगों के पास जो रोजगार थे वो भी इस महामारी में छूट गये हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को लोगों की सहायता करनी चाहिए, लेकिन सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत में बेहताशा वृद्धि करती जा रही है. इससे आम लोग त्रस्त हैं.
इस मौके पर संजय दुबे, सत्येंद्र यादव, संजीव मिश्रा, कल्लू शर्मा, दिलशाद, अवनीश यादव, रमेश, मो. नावेद सचिन कटियार, वीर पाल, अनुराग, आदि सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
बता दें, बुधवार को लगातार 18वें दिन डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हुई, जबकि पेट्रोल की कीमत मंगलवार के ही बराबर है. पिछले 18 दिनों में डीजल की कीमत में 10.48 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पेट्रोल भी 8.50 रुपये महंगा हुआ है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल की कीमत 80.45 रुपये प्रति लीटर है. पेट्रोल की कीमत में गुरुवार को इजाफा दर्ज नहीं किया गया है. वहीं 35 पैसे की बढ़त के साथ डीजल की कीमत 71.93 रुपये प्रति लीटर है. कन्नौज में पेट्रोल की कीमत 80.71 रुपये प्रति लीटर है, वहीं डीजल की कीमत 72.19 रुपये प्रति लीटर है. इसके साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 79.76 रुपये प्रति लीटर है, वहीं डीजल की कीमत 79.88 रुपये प्रति लीटर है.
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कई देशों में डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा
डीजल अब भी कई शहरों में पेट्रोल से सस्ता है. गौरतलब है कि दूसरे देशों में अक्सर डीजल की कीमत पेट्रोल से ज्यादा रखी जाती है. इसकी वजह यह है कि इसकी उत्पादन लागत पेट्रोल के मुकाबले थोड़ा ज्यादा ही होती है, लेकिन भारत में सरकारें अभी तक सब्सिडी और टैक्स के द्वारा इसे सस्ता रखने का प्रयास करती रही हैं, क्योंकि यह खेती, ट्रांसपोर्ट, बिजली जैसे बेहद जरूरी कामों में इस्तेमाल होता है.
लॉकडाउन के बाद लगातार बढ़ रहे दाम
कोरोना वायरस और उसके चलते लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान 82 दिनों तक तेल कंपनियों ने पेट्रोल, डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया. उसके बाद 7 जून से दाम में उनकी अंतरराष्ट्रीय लागत के अनुरूप बदलाव किया जाने लगा. इसके बाद पिछले लगातार 18 दिन से दाम बढ़ने का सिलसिला जारी है.