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पीडी की गिरफ्तारी को लेकर परिजनों ने विकास भवन पर दिया धरना, ब्लॉकर्मियों ने दी तालाबंदी की चेतावनी

यूपी के कन्नौज में परियोजना निदेशक की प्रताड़ना से परेशान होकर कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में आज परिजनों ने विकास भवन पर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन किया. परिजनों की मांग थी कि जल्द से जल्द पीडी की गिरफ्तारी की जाए और मृत कर्मचारी का बकाया वेतन दिया जाए.

कन्नौज में कर्मचारियों ने दी तालाबंदी की चेतावनी
कन्नौज में कर्मचारियों ने दी तालाबंदी की चेतावनी

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Published : Dec 6, 2021, 3:46 PM IST

कन्नौज: परियोजना निदेशक (पीडी) की प्रताड़ना से तंग आकर सदर ब्लॉक में सहायक प्रधान पद पर तैनात बाबू की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोमवार को पीडी की गिरफ्तारी और बकाया वेतन दिए जाने की मांग को लेकर मृतक के परिजनों के साथ ब्लॉक कर्मियों ने विकास भवन पर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है, साथ ही सुसाइड नोट को सार्वजनिक किए जाने की मांग की है. बता दें कि मृतक के पुत्र की तहरीर के आधार पर पीडी पर धारा 306 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है.


आरोपी की गिरफ्तारी न होने से कर्मचारियों में आक्रोश

बलिया जनपद उभांव थाना क्षेत्र के टंगुनिया गांव निवासी अशोक कन्नौज में सदर विकास खंड में प्रधान सहायक पद पर तैनात थे. उन्होंने परियोजना निदेशक सुशील कुमार की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बीते सरकारी आवास पर उनका शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला था. पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला था. जिसमें मृतक ने परियोजना निदेशक पर प्रताड़ित करने और सैलरी रोकने का आरोप लगाया था. मृतक के पुत्र आशीष ने पीडी पर धारा 306 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी. घटना के तीन दिन बीतने के बाद भी पीडी की गिरफ्तारी न होने से ब्लॉक कर्मियों में आक्रोश है.

कन्नौज में कर्मचारियों ने दी तालाबंदी की चेतावनी

धरना देकर जताया विरोध

सोमवार को मृतक की पत्नी सुमन देवी, बेटा आशीष, रंजीत और बेटी निधि के साथ ब्लॉक कर्मियों ने विकास भवन गेट पर नारेबाजी कर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की कि पीडी सुशील कुमार सिंह को अविलंब गिरफ्तार किया जाए और मृतक कर्मचारी के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए. मृतक कर्मचारी की रोकी गई सैलरी तत्काल जारी की जाए, मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री अनुकंपा राहत से एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद की जाए. साथ ही समस्त कर्मचारियों के अवशेष देयक और लंबित प्रकरणों को तत्काल निस्तारण किया जाए. गिरफ्तारी न होने तक सभी कर्मचारियों ने तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.

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परियोजना निदेशक करता था प्रताड़ित

लिपिकीय संघ के जिलाध्यक्ष सतेंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि परियोजना निदेशक की प्रताड़ना से तंग आकर कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि अशोक ने दीपावली में अवकाश मांगा लेकिन उसे छुट्टी नहीं दी गई और तीन माह की सैलरी भी रोक दी गई. उन्होंने आरोप लगाया कि सुसाइड नोट भी गायब करने का प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि मांग पूरी न होने पर पूरे जनपद में तालाबंदी कर विरोध करेंगे.

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