कन्नौज: त्योहारों के दिनों में अक्सर ट्रेनों ने भीड़-भाड़ देखी जाती है. इस बार भी दीपावली को देखते हुए मंडल रेल प्रबंधक इज्जत नगर डीके सिंह और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नीतू के निर्देश पर बस रेड अभियान चलाया गया. मंडल वाणिज्य प्रबंधक इज्जत नगर नरेंद्र कुमार जोशी ने ट्रेनों में चेकिग की. आरपीएफ के साथ 150 यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा गया.
सघन चेकिंग अभियान चलाया
दीपावली के त्योहार को लेकर ट्रेनों में भीड़-भाड़ को देखते हुए मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर डीके सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नीतू सिंह के निर्देश पर मुख्य टिकट निरीक्षक मुख्यालय कैलाश कुमार और संजय श्रीवास्तव फतेहगढ़, 12 टिकट जांच कर्मचारी, 23 आरपीएफ और जीआरपी के द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया गया. ट्रेन में छापामारी के दौरान टिकट चेकिंग के 12 और आरपीएफ, जीआरपी के 23 जवान शामिल रहे.
कन्नौज: बिना टिकट यात्रा पड़ी महंगी, 148 लोगों ने दिया जुर्माना, दो पहुंचे जेल
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया गया जा रहा है. ट्रेनों में चेकिग किया गया और 148 यात्रियों से जुर्माना वसूला गया, जबकि दो यात्रियों को जुर्माना अदा न करने पर उनको जेल भेजा गया है.
इस दौरान 150 यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा गया. स्लीपर कोच और बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए. लोगों को बसों से लाकर कन्नौज रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय में बनाई गई अस्थायी जेल में बंद कर दिया गया. मजिस्ट्रेट ने यात्रियों से 44,890 रुपये जुर्माना वसूलकर उन्हें छोड़ा. दो यात्रियों को जुर्माना न देने पर जेल भेज दिया गया.
महिला टीसी न होने कारण महिलाओं पर नहीं होती कार्रवाई
लगातार ट्रेनों में छापामारी अभियान चल रहता है. हर माह दो से तीन बार पड़ने वाले मजिस्ट्रेट बैच में सैकड़ों पुरुष यात्री पकड़े जा रहे हैं. छापामारी के लिए आने वाली टीम में कोई भी महिला टीसी न होने से हर बार स्लीपर और बगैर टिकट यात्रा करने वाली महिलाएं बच जाती हैं. इस कारण अक्सर देखा जाता है पुरुष यात्रियों को ही पकड़कर कार्रवाई होती है.
कानपुर-फर्रुखाबाद रूट पर चलने वाली अप-डाउन ट्रेनों में चला यह अभियान
चेकिंग अभियान में मुख्य टिकट निरीक्षक कैलाश कुमार, मुख्य टिकट निरीक्षक फतेहगढ़ संजय श्रीवास्तव सहित आरपीएफ, जीआरपी के जवान शामिल रहे. सुबह अरौल के समीप कानपुर-फर्रुखाबाद रूट पर चलने वाली अप-डाउन ट्रेनों में चेकिंग अभियान चलाया गया. ये यात्री स्लीपर कोच में और बिना टिकट यात्रा कर रहे थे, जिन यात्रियों को जुर्माना अदा करने के बाद छोड़ा गया उन यात्रियों को आगाह किया गया कि वह दोबारा महिला बोगी, स्लीपर कोच और बिना टिकट यात्रा न करें.
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