कन्नौज: प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) के नाम पर किस तरह से रिश्वतखोरी और ठगी चल रही है. इसकी जमीनी हकीकत उस वक्त सामने आई जब प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार हुई एक 21 साल की युवती सोनम ने सुसाइड कर लिया. सुसाइड करने से पहले सोनम ने अपनी डायरी में जो लिखा उसको पढ़कर सबकी आंखों में आंसू आ गया.
क्या लिखा था डायरी में
युवती ने डायरी में लिका था कि, "यह सब कुछ मेरे साथ ही क्यों होता है, मेरे पैसे वापस नहीं आए तो मैं घर नहीं लौटूंगी. फिर चाहे कुछ भी हो जाए. मदन सर और आदित्य दोनों मुझे पागल बना रहे हैं. मेरे पैसे नहीं लौटा रहे हैं. मैं बार-बार उन्हें फोन करती हूं, तो फोन उठाते नहीं हैं, मैं मर जाऊंगी और कुछ नहीं". पीड़ा और हताशा से भरे यह शब्द 21 साल की सोनम के आखिरी शब्द हैं. जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर दो युवकों ने ठग लिया.
जाने पूरा मामला
पूरा मामला तिर्वा कोतवाली क्षेत्र का है. यहां सोनम (21) नाम की एक युवती अपने परिवार के साथ गरीबी की हालत से गुजर बसर कर रही थी. सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना में उसे लगा कि उसका भी पक्का मकान हो जाएगा. इसी आस का फायदा उठाते हुए आदित्य और मदन नाम के दो ठगों ने प्रधानमंत्री आवास दिलाने के सपने दिखाकर उसके रुपये ठग लिए.
कानपुर अस्पताल में हुई मौत
कन्नौज जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित पट्टी पाबोरा गांव में प्रेम नारायण की 21 साल की बेटी सोनम ने 17 अक्टूबर को आत्महत्या कर ली. आनन-फानन में परिजनों ने उसे पास के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां प्राथमिक उपचार के चिकित्सकों ने उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया. 18 अक्टूबर को सोनम की हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने उसे कानपुर हैलट अस्पताल रेफर कर दिया. यहां पांचवे दिन सोनम जिंदगी और मौत से लड़ रही थी. 22 अक्टूबर की शाम सोनम की अस्पताल में मौत हो गई. 23 तारीख को परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
सोनम की डायरी से सुसाइड नोट बरामद
सोनम की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया था. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. परिजन परेशान थे कि आखिर सोनम ने आत्महत्या कर ली. सोनम के कमरे में उसके दस्तावेजों की तलाशी की गई तो सोनम की डायरी से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया. सोनम के मोबाइल से ठगों चैटिंग भी सामने आ गई. इसके साथ सोनम के मोबाइल फोन से स्क्रीनशॉट भी मिला. इसके अलावा मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट का स्क्रीनशॉट पाया गया.
सोनम की डायरी में मौत की वजह साफ लिखी हुई थी. इसके बाद सोनम के भाई ने उसका फोन चेक किया. फोन में 2 नंबरों पर व्हाट्सएप पर लंबी चैट मिली. एक नंबर मदन सर और दूसरा आदित्य नाम से सेव था. दोनों से हुई बातचीत और डायरी में लिखी बातें एक दूसरे से बहुत मेल खा रही थी. सोनम के व्हाट्सएप से 10 अक्टूबर को पहले चैट किया गया था. यह चैट आदित्य नाम के युवक से हुई थी. इसमें एक प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ा खाली फॉर्म दिखाई दे रहा है. इसके साथ ही एक मोबाइल नंबर भेजा गया. जिसमे सुहानी पटेल लिखा हुआ था.
सोनम करती है मैसेज
आदित्य ने इसी नाम के बाद मदन सर लिखा है. साथ ही कुछ लोगों के आधार कार्ड भेजे हैं. इसी चैट के कुछ देर बाद सोनम दिए गए नंबर पर मैसेज करती है. यह नंबर मदन सर के नाम से सेव किया गया होता है. फिर सोनम अपना आधार, बैंक डिटेल, पासबुक की फोटो अपनी फोटो भेज देती है. इस पर दूसरी तरफ से रिप्लाई में ओके लिखकर आता है. इस चैटिंग के अलावा इन नंबरों से सोनम को कॉल भी किया गया. मानो उसे बताया जा रहा था कि क्या-क्या करना चाहिए.