कन्नौज:जिले में गौशालाओं में गोवंश नदारत होते दिख रहे हैं. इसे लेकर प्रशासन अब सहभागिता योजना के अन्तर्गत ग्रामीणों को ही जानवर वितरित किये जाने की बात कह रहा है. ग्रामीणों की समस्या अन्ना मवेशियों को लेकर जस की तस बनी हुई है. सड़कों पर अन्ना पशु खुलेआम घुमते दिखाई दे रहे हैं. शासन और प्रशासन आज भी गौशालाओं में रह रहे अन्ना मवेशियों की सुरक्षा के लिए जद्दोजहद में जुटा हुआ है. दूसरी तरफ जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है. क्षेत्र की गौशालाएं खाली पड़ी हुई हैं. मवेशी कड़ाके की सर्दी में भी खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं.
जिले के गौशालाओं में गोवंश नदारत होते दिख रहे हैं. जिलाधिकारी ने शुरू की कार्रवाई
शासन के निर्देशों पर अन्ना मवेशियों की सुरक्षा के लिए जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कड़ा रुख अख्तियार कर रखा है. जिलाधिकारी का शख्त निर्देश है कि यदि अन्ना पशु सड़कों पर घूमते मिले या फिर सर्दी में किसी भी अन्ना पशु की मृत्यु हुई तो इसके लिए ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे. इस निर्देश के बाद भी जिलाधिकारी के आदेशों का असर कर्मचारियों पर नहीं दिख रहा है.
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गौशालाएं खाली पड़ी हुई हैं और अन्ना पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. ग्राम पंचायत आरिफपुर में लाखों की लागत से तैयार गौशाला में अन्ना पशुओं के लिए सभी सुविधाएं होने के बाद भी यहां एक भी मवेशी नहीं है. इसके साथ ही ग्राम पंचायत रसूलपुर में बनी गौशाला अभी तक शुरू नहीं हो पाई है. ऐसी हालत में अन्ना पशु सड़कों पर घूम रहे हैं.
जिलाधिकारी के चेतावनी का भी नहीं दिख रहा असर
जिलाधिकारी ने बेसहारा मवेशियों के सड़कों पर घूमते मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है और दूसरी ओर सचिवों ने एक भी मवेशी सड़क पर न होने की रिपोर्ट दी है. हालांकि जिले की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है. गोशालाएं खाली पड़ी हुई हैं. वहां के क्षेत्रीय किसान परेशान हैं. बड़ी संख्या में मवेशी खुले घूमते हैं और खेतों के फसलों को नष्ट कर देते हैं.
जानिए क्या है सौरिख क्षेत्र की गौशालाओं का हाल
जिले के सौरिख क्षेत्र की ग्राम पंचायत आरिफपुर में लाखों की लागत से बनी गौशाला में एक भी गौवंश मौजूद नहीं हैं, जबकि गौशाला में टिनशेड, चरनी, पानी का पक्का कुंड आदि बना हुआ है. इस गौशाला में समर्सिबल पंप भी लगा है. सभी सुविधाओं के बाद भी इस गौशाला में एक भी मवेशी नहीं है.
रसूलपुर की गौशाला अभी तक नहीं हुई शुरू
इसी सौरिख ब्लॉक की ग्राम पंचायत रसूलपुर में बनी गौशाला की अभीतक शुरुआत तक नहीं हो पाई है. ग्राम प्रधान श्याम देवी का बैंक में खाता न खुलने के कारण धनराशि नहीं प्राप्त हो सका है. खाते में धनराशि आने के बाद ही इस गौशाला की शुरुआत हो सकेगी.
बीडीओ ने दीचेतावनी
इस मामले में प्रभारी बीडीओ अरविंद सिंह राजपूत ने बताया कि इस गौशाला में करीब 29 गोवंश बंद थे. सहभागिता योजना के अंतर्गत पशुपालकों को वितरित कर दिए गए थे. उन्होंने आसपास घूम रहे मवेशियों के बारे में बताया कि सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों को पूर्व में ही निर्देश दे दिए गए थे कि गोवंश खुले नहीं घूमने चाहिए. यदि गोवंश खुले हुए पाए गए तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.