झांसी: मऊरानीपुर तहसील के एसडीएम अंकुर श्रीवास्तव ने कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने की कोशिश में एक अनूठी पहल की है. तहसील में एक मास्क बैंक बनाया गया है, जिसमें हर रोज सैकड़ों की संख्या में मास्क तैयार किए जाते हैं. ये मास्क ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बांटे जाते हैं, जिससे गांव के लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सके.
नि:शुल्क श्रमदान कर रहे लोगइस मास्क बैंक का संचालन एसडीएम, तहसील के कर्मचारी और कुछ जागरूक लोग स्वयं अपने स्तर पर मिलकर कर रहे हैं. यहां तक कि मास्क सिलने का काम भी लोग स्वयंसेवा के तौर पर कर रहे हैं. मऊरानीपुर कस्बे के कुछ युवक, युवतियां और तहसील के कुछ कर्मचारी मास्क सिलने के इस काम में सहयोग कर रहे हैं. इनमें से कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेता है.
कॉटन के कपड़े से तैयार हो रहे मास्कमास्क बैंक के माध्यम से अभी तक 3500 से अधिक मास्क तैयार किये जा चुके हैं. यहां कॉटन के मास्क तैयार किए जा रहे हैं. सर्जिकल मास्क की तुलना में यह मास्क ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक उपयोगी है क्योंकि इसे धुलने के बाद इसका फिर से उपयोग किया जा सकता है. यह मास्क भारत सरकार के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है.
सहभगिता पर आधारित है मास्क बैंकएसडीएम मऊरानीपुर अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि हमने मऊरानीपुर तहसील में मास्क बैंक तैयार किया है. ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वितरित कराने के लिए ये सभी मास्क तैयार कराए जा रहे हैं. यह मास्क बैंक पूरी तरह से सहभागिता पर आधारित है. यहां लोग खुद आकर श्रमदान करके मास्क तैयार कर रहे हैं.