झांसी: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन 14 दिनों के लिए एक बार फिर बढ़ा दिया गया है. मजदूर इस लॉकडाउन से सबसे अधिक प्रभावित नजर आ रहे हैं. न तो उन्हे काम मिल रहा है और न अब कोई जमा पूंजी बची है. इसकों देखते हुए सरकार ने इन मजदूरों के लिए पहल शुरू की है. मजदूरों को योगी सरकार अलग-अलग राज्यों से वापस उनके गृह जनपद ला रही है. लगातार तीसरे दिन मध्य प्रदेश से बसों में मजदूरों को झांसी लाया गया, जहां से आगे उनके गृह जनपद उन्हे रवाना किया जा रहा है.
यूपी-एमपी सरकार की पहल से घर पहुंच रहे मजदूर, झांसी से गृह जनपद किया जा रहा रवाना
लॉकडाउन के बीच यूपी और एमपी सरकार ने आपसी सहमति से दोनों राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का जिम्मा लिया है. झांसी में बनाए गए सेंटर में एमपी से मजदूर आ रहे हैं, जिन्हे उनके गृह जनपद भेजा जा रहा है. वहीं एमपी के मजदूरों को भी झांसी में इकट्ठा किया गया है, जहां से वे अपने गृह जनपद के लिए रवाना किए जा रहे हैं.
यूपी और एमपी सरकार के बीच सहमति हुई कि दोनों प्रदेशों के मजदूरों को उनके घर पहुंचा जाएगा. मध्य प्रदेश के कई ऐसे मजदूर हैं जो उत्तर प्रदेश में फंसे हैं, वहीं कई उत्तर प्रदेश के मजदूर मध्य प्रदेश में फंसे हैं. दोनों सरकार के बीच हुई सहमति के तहत झांसी की भोजला मंडी को सेंटर बनाया गया है. यहां मध्य प्रदेश से आने वाले और मध्य प्रदेश को जाने वाले मजदूरों के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं. इसकी जिम्मेदारी भी अलग-अलग अधिकारियों को दी गई है.
अब तक यूपी के कई जिलों से तकरीबन 1100 मजदूर झांसी की भोजला मंडी पहुंच चुके हैं और यहां सभी के लिए खाने-पानी की व्यवस्था की गई है. इन्हे मध्य प्रदेश रवाना किया जा रहा है. इसी तरह यूपी के मजदूरों को यूपी रोडवेज की बसें घर ला रही हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है, जिसके चलते एक बस में सिर्फ 30 मजदूर बैठाए जा रहे हैं.